पिछले वर्ष से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध से दुनिया के सभी देश खुदको खतरे में महसूस करने लगे हैं। अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए हर देश कोई न कोई प्रयास कर रहा है। हालही में आई स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिप्री) की रिपोर्ट भी इस बात को पूरी तरह जाहिर करती है।
रिपोर्ट के अनुसार परमाणु हथियारों के निर्माण की संख्या जो गिरती हुई नजर आ रही थी जिसमें एकदम से उछाल आया है। सिप्री के निदेशक डैन स्मिथ का कहना है कि कई देशों के परमाणु शस्त्रागार पिछले साल बढ़े। रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन बहुत तेजी से परमाणु हथियार बढ़ा रहा है। पिछले एक साल में चीन ने 60 परमाणु हथियार बढ़ाएं हैं। इसका एक कारण दूसरे देशों से बढ़ रहा तनाव भी हो सकता है। सिप्री के निदेशक डैन स्मिथ ने कहा कि कई देशों के परमाणु शस्त्रागार पिछले साल बढ़े हैं। स्मिथ ने यह भी कहा है कि हम परमाणु हथियार के अंतिम पड़ाव पर पहुंच रहे हैं या शायद पहले ही पहुंच चुके हैं, दुनिया भर में परमाणु हथियारों की संख्या में गिरावट की लंबी अवधि समाप्त हो गई है। एक साल पहले की तुलना में प्रमुख शक्तियों के सैन्य शस्त्रागार में अब 86 अधिक परमाणु हथियार हैं।
रिपोर्ट के अनुसार परमाणु हथियारों की संख्या में वृद्धि का कारण दुनियाभर के देशों में बिगड़ते अंतरराष्ट्रीय सम्बन्ध हैं। अनुमान के अनुसार वर्तमान में दुनियाभर में 12 हजार 512 परमाणु हथियार हैं। इनमें से 86 हथियार इसी साल तैयार किये गए हैं। कुल परमाणु हथियार में 9 हजार 576 संभावित इस्तेमाल के लिए तैयार हैं।
अन्य देशों का हाल
चीन के साथ ही भारत, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया ने भी काफी निचले स्तर पर अपने भंडार बढ़ाए। रूस के परमाणु हथियारों की संख्या 4 हजार 477 से बढ़कर 4 हजार 489 हो गई है, जबकि बाकी परमाणु शक्तियों ने अपने भंडार के आकार को पहले जितना ही बनाए रखा। चीन व अन्य देशों द्वारा परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ा लिए जाने के बाद भी रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका के पास परमाणु हथियारों का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा है। लेकिन स्मिथ ने चिंता जताते हए कहा की इस सबके बेच बड़ी चीज यह है कि 30 साल से अधिक समय से परमाणु हथियारों की संख्या में लगतार कमी आ रही थी। लेकिन अब, हम इस प्रक्रिया को समाप्त होते हुए देख रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में अमेरिका के पास 5 हजार 247 परमाणु हथियार , रूस के पास 5 हजार 889 ,यूनाइटेड किंगडम के पास 225 , फ्रांस के पास 290 , चीन के पास 410 ,भारत के पास 164 ,पकिस्तान के पास 170 , उत्तर कोरिया के पास 30 और इस्रायल के पास कुल 90 परमाणु हथियार हैं।
पिछले कुछ सालों में घटी थी ये संख्या
रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के नौ परमाणु शक्तियों ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, भारत, इजरायल, उत्तर कोरिया, पाकिस्तान, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका में परमाणु हथियारों की कुल संख्या में इस साल, 2023 की शुरुआत में कमी नजर आ रही थी थी। पिछले साल की शुरुआत में हथियारों की संख्या 12 हजार 710 थी, जो इस साल की शुरुआत में घटकर 12 हजार 512 रह गई। इनमें से करीब 9 हजार 576 हथियार सैन्य भंडार में थे, जो एक साल पहले की तुलना में 86 अधिक है।