सैन्य तख्तापलट के बाद से म्यांमार में स्थिति अस्त-व्यस्त है। सेना के सत्ता कब्जाने के बाद से ही म्यांमार में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है।
कई दिनों से ही सड़कों पर लोग सेना का विरोध कर रहे हैं लेकिन अब सड़कों पर सेना के समर्थन में भी लोग उतर आएं हैं। जिसके बाद सेना के विरोधी और समर्थन करने वाले लोगों के बीच हिंसा की स्थिति भी बन गई है। 25 फरवरी, गुरुवार को सैन्य शासन का समर्थन कर रहे एक गुट के कुछ लोगों ने देश में सैन्य तख्तापलट का विरोध कर रहे लोगों पर हमला कर दिया। इस दौरान म्यांमार की सेना से तनाव कम करने के लिए असोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशन के सदस्य प्रतिबंधों में ढील देने का अनुरोध कर रहे हैं।
हमलावरों और घायलों को सोशल मीडिया पर जारी हुई तस्वीरों और वीडियो में देखा गया है साथ ही वीडियो में नजर आ रहा है कि घटना के दौरान पुलिस मूकदर्शक की भांति चुपचाप सब देख रही है। ये वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। वीडिया में सुले पगोडा जाने वाली एक सड़क के चौराहे पर एक कार्यालय के सामने एक व्यक्ति को चाकू मारा जा रहा है। फिलहाल घायलों की स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
यह घटना तब हुई जब सैकड़ों लोगों ने सैन्य तख्तापलट के पक्ष में रैली निकाली। उन्होंने यह कहते हुए बैनर दिखाए कि हम अपनी रक्षा सेवाओं के साथ खड़े हैं, ‘हम ‘हम स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन काउंसिल के साथ खड़े हैं। ‘हम स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन काउंसिल’ सैन्य सरकार का आधिकारिक नाम है। सेना ने 1 फरवरी को सरकार को उखाड़ फेंका और सैन्य शासन लागू कर दिया ।