कोरोना वायरस दुनिया भर में फैल गया है। वर्तमान में लाखों लोग इससे संक्रमित हो गए हैं। वायरस के लिए अभी तक कोई ठोस टीका नहीं मिला है। सभी देशों में वायरस के खिलाफ दवाओं और टीकों को विकसित करने के लिए काम चल रहा है। टीका कब आएगा इस पर सभी की नजरें हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि नया कोरोना वायरस SARS-COV-2 सांस के जरिए शरीर में प्रवेश कर रहा है। इसके अलावा, इन रोगियों में अन्य लक्षण पाए गए हैं।
इटली में पीसा अस्पताल के विश्वविद्यालय के एक अध्ययन के अनुसार, थायरॉयड रोग वाले व्यक्ति में कोरोना संक्रमण का पहला मामला सामने आया है। 21 फरवरी को अस्पताल में एक 18 वर्षीय लड़की की जांच की गई। लड़की के पिता का कोरोना था। उसके पिता के संक्रमण के बाद उसकी रिपोर्ट पॉजेटिव आई। इस अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। इस उपचार के बाद, जब 14 मार्च को महिला की जांच की गई, तो रिपोर्ट नकारात्मक थी और उसे छुट्टी दे दी गई। तीन दिन बाद महिला को बुखार, थकान और गले में खराश होने लगी।
जब डॉक्टरों ने महिला की जांच की तो उन्होंने देखा कि उसका रक्तचाप बहुत बढ़ गया था। जब महिला पर सभी परीक्षणों को दोहराया गया था, तो उसे थायरॉयड का निदान किया गया था। महिला को एक महीने पहले पिछले परीक्षणों में यह बीमारी नहीं थी। एक कोरोना संक्रमण के बाद महिला को सबस्यूट थायरॉयडिटिस का निदान किया गया था। इस महिला की रिपोर्ट देखकर डॉक्टर हैरान रह गए। एक हफ्ते के इलाज के बाद महिला की हालत में सुधार हुआ। कुछ दिनों पहले, एक रिपोर्ट से पता चला था कि कोरोना वायरस शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे एनीमिया, स्ट्रोक या अन्य बीमारियाँ हो सकती हैं।