भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर पिछले 6 महीने से लगातार हिंसक झड़प और गतिरोध जारी है। मंगलवार 17 नंवबर को ब्रिक्स देशों का वर्चुअल शिखर सम्मेलन है। जिसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल होगें। भारत के अलावा सम्मेलन में रुस, दक्षिण अफ्रीका, चीन ब्राजील शामिल होगें। इससे पहले चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और पीएम मोदी, इसके पहले 10 नवंबर को शंघाई सहयोग संगठन(एससीओ) की वर्चुअल बैठक में भी शामिल हुए थे।
दोनों नेताओं के बीच पूर्वी लद्दाख स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा(एलएसी) पर जारी सैन्य तनाव को लेकर किसी भी चर्चा और विमर्श की संभावना नहीं है। सम्मेलन में आतंकवाद, व्यापार, स्वास्थ्य, ऊर्जा के साथ ही कोरोना महामारी जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। चीनी राष्ट्रपति, पीएम मोदी के अलावा ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी इस बैठक में शामिल होंगे। ब्रिक्स की यह 12वीं बैठक है। ब्रिक्स समूह का पहला औपचारिक शिखर सम्मेलन, येकतेरिनबर्ग, रुस में 16 जून 2009 को हुआ था। लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा (ब्राजील), दिमित्री मेदवेदेव (रूस), मनमोहन सिंह (भारत) और हू जिन्ताओ (चीन) की अध्यक्षता में हुआ। शिखर सम्मेलन का मुख्य मुद्दा वैश्विक आर्थिक स्थिति में सुधार और वित्तीय संस्थानों में सुधार का था। शी जिनपिंग और मोदी 21 और 22 नवंबर को जी-20 की वर्चुअल बैठक में भी आमने-सामने होगें।