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यह है दुनिया का सबसे ईमानदार देश……

दुनियाभर के अधिकतर देश भ्रष्टाचार में लिप्त है। इसके तर्ज पर वो किसी न किसी समस्या से जूझते रहे है। लेकिन बढ़ते भ्रष्टाचार के बीच हम ईमानदारी अपनाने वाले देशो को नकार नहीं सकते। किसी भी देश के विकास में सबसे बड़ा योगदान वहां के ईमानदार लोगों का होता है। इसका दावा ये अंतराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन भी करता है। ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के पांच सबसे ईमानदार देशों में एशिया का सिर्फ एक देश शामिल है। ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संस्था है जो भ्रष्टाचार के निवारण आदि पर ध्यान केन्द्रित करती है। यह संस्था हर साल एक रिपोर्ट निकालती है। जिसमें दुनिया भर के कई देशों में भ्रष्टाचार की स्थित का मूल्यांकन होता है। ट्रान्सपैरेंसी इंटरनेशनल का अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय जर्मनी की राजधानी बर्लिन में है।ईमानदारी के जरिये ही कोई देश अपना विकास कर सकता है। ईमानदार लोग ही अपने साथ -साथ देश को तरक्की के ऊंचाइयों तक पहुंचाते हैं। इसी के जरिए ही कोई देश विकास की सीढ़ियों पर चढ़ पाता है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट ने दुनिया के सबसे ईमानदार देशों की जानकारी दी गई है। इस रिपोर्ट में 6 सबसे ईमानदार देशों का नाम सामने आया हैं।

 

इस रिपोर्ट के मुताबिक ईमानदारी के मामले में सबसे पहला स्थान डेनमार्क का है। डेनमार्क उत्तरी यूरोप में स्थित एक देश है। गौरतलब है कि ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स (एचडीआई ) में भी डेनमार्क टॉप देशों में आता है।

 

 

वहीं दूसरे नंबर पर ईमानदार की सूची में न्यूजीलैंड आता है। प्रशांत महासागर में स्थित न्यूजीलैंड की आबादी 51 लाख है। यह देश प्रशांत महासागर में दो बड़े द्वीप और अन्य कई छोटे द्वीपों से मिलकर एक देश बना है।

 

 

वहीं ‘फिनलैंड’ ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के मुताबिक तीसरे सबसे ईमानदार देशों में आता है। ये भी यूरोपीय देश है। फिनलैंड उत्तरी यूरोप के फेनोस्केनेडियन क्षेत्र में स्थित एक नॉर्डिक देश है। इसकी आबादी तकरीबन 53 लाख है।

 

 

विश्व का चौथा सबसे ईमानदार देश सिंगापुर है। सिंगापुर दुनिया के प्रमुख बंदरगाहों और व्यापारिक केंद्रों में से एक है। ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट में टॉप 5 देशों में सिंगापुर एकमात्र एशियाई देश है।यह देश दुनिया के छोटे देशों में शुमार है। सिंगापुर की 57 लाख की आबादी है। जब सिंगापुर के पहले प्रधानमंत्री ली कुआन यू की पार्टी पीपुल्स एक्शन चुनाव जीतकर सत्ता में आई तो उन्होंने ‘करप्शन फ्री सिंगापुर’ का नारा दिया था। उस दौरान उन्होंने लोगों से कहा कि अगर आप भ्रष्टाचार मुक्त सिंगापुर देखना चाहते हैं तो अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भी जेल भेजने के लिए तैयार रहे। इसके तहत सिंगापुर में ब्यूरो ऑफ करप्शन इन्वेस्टिगेशन (बीसीआई ) को मजबूत और राजनीति से मुक्त बनाया गया। सिंगापुर में भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़े जाने पर पहले जेल होती है, फिर जांच की जाती है। यहां जांच में भ्रष्टाचार के आरोपों को गलत साबित करने का दायित्व खुद आरोपी का होता है। सम्भवतः इसिलिये सिंगापुर एशिया का इकलौता ऐसा देश है जो भ्रष्टाचार मुक्त है।

 

 

यूरोपीय देश स्वीडन भी इसी श्रृंखला में आता है। जो कि दुनिया का सबसे पांचवां ईमानदार देश है। स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोल्म है और यहां की राजभाषा स्वीडिश है। मानव विकास सूचकांक की रिपोर्ट में में भी स्वीडन टॉप देशों में से एक है।

 

 

वहीं ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार स्विट्जरलैंड छठा दुनिया का सबसे ईमानदार देश है। ये देश विश्व के सबसे अमीर देशों में से भी एक माना जाता है। इसकी साठ फीसदी जमीन आल्प्स पहाड़ों से ढकी हुई है।

 

 

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