आज से फाइव जी सेवा शुरू होने के बाद से अमेरिका में कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। एयर इंडिया ऑफ इंडिया ने भी अमेरिका के लिए उड़ानें रद्द कर दी हैं और वर्तमान में केवल एयर इंडिया ही भारत से अमेरिका के लिए उड़ानें संचालित करती है। कई एयरलाइंस पहले ही चिंता व्यक्त कर चुकी हैं कि फाइव जी तकनीक एयरलाइंस की फ्रीक्वेंसी को बाधित कर सकती है।
यूनाइटेड एयरलाइंस ने अमेरिकी सरकार से कुछ समय के लिए फाइव जी सेवा के शुभारंभ को स्थगित करने के लिए कहा था क्योंकि इससे उड़ान पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। दुबई स्थित एमिरेट्स एयरलाइंस ने भी मंगलवार को घोषणा की कि वह खतरे का हवाला देते हुए यूएस के लिए उड़ानें रद्द कर रही है। सभी प्रमुख अमेरिकी एयरलाइनों ने बाइडेन प्रशासन को पत्र लिखकर फाइव जी सेवा को कुछ समय के लिए हस्तक्षेप करने और निलंबित करने के लिए लिखा है। इस पर 10 एयरलाइंस ने हस्ताक्षर किए हैं। इसने कहा कि जब तक एयरलाइंस और दूरसंचार कंपनियों के बीच चर्चा नहीं हो रही है, तब तक सेवा की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
हवाई अड्डे के क्षेत्र में फाइव जी नेटवर्क विमान के उड़ान भरने या उतरने के दौरान अल्टीमीटर के संचालन में आवृत्ति रुकावट पैदा कर सकता है। जमीन से विमान की ऊंचाई मापने के लिए altimeter की जरूरत होती है और इसकी आवृत्ति बाधित हो सकती है और गलत संकेत देने का जोखिम होता है। कहा जाता है कि इसका सीधा असर विमान की सुरक्षित लैंडिंग या टेक-ऑफ पर पड़ता है।