कोरोना की रफ्तार से जूझ रहे विश्व को अब ओमिक्रोन वेरिएंट ने चिंता में डाल दिया है। दुनिया भर में नए वेरिएंट ओमिक्रोन के मामले बढ़ते जा रहे हैं। कई देशों में नए वेरिएंट को लेकर सरकारें अलर्ट हो गई हैं। इस बीच जर्मनी में लंबे वक्त तक चांसलर रहीं एंजेला मर्केल के युग का अंत हो गया है।
लेकिन इसी के साथ जर्मन चांसलर एंगेला मर्केल ने टीका नहीं लगवाने लोगों के लिए लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। इस आदेश के अनुसार, जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाई है वो सार्वजनिक स्थानों पर नहीं जा सकेंगे। इतना ही नहीं किसी जरुरी चीज के खरीद के लिए वह लोग नहीं जा सकते हैं। अगले साल फरवरी से जर्मनी में सभी पात्र लोगों के लिए वैक्सीन अनिवार्यता को लागू किया जाएगा।
गौरतलब है कि यूरोप में कोरोना महामारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब जर्मनी उन मामलों में उछाल से जूझ रहा है। ओमिक्रोन के आने से अब संक्रमण की आशंका और बढ़ गई है। अपना पद छोड़ने से पहले मर्केल की यह आखिरी प्रेस वार्ता रही। संसद में बहस के बाद जर्मन चांसलर एंगेला मर्केल ने कहा कि हम समझ गए हैं कि स्थिति बहुत गंभीर है और हम पहले से उठाए गए कदमों के अलावा और भी कदम उठाना चाहते हैं। फरवरी 2022 से एक राष्ट्रव्यापी टीकाकरण जनादेश लागू हो सकता है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण वाले लोग अपने अंतिम शॉट के नौ महीने बाद टीकाकरण की स्थिति खो देंगे। अब संसद में लॉकडाउन के ऐलान को मंजूरी मिल मिलने का इंतजार है।