दक्षिण कोरिया और जापान दोनों पूर्वी एशियाई देशों ने मेडिकल स्टाफ की सहायता करने और कोरोना के संपर्क में आए लोगों की मदद के लिए अपने- अपने सैन्य बलों को तैनात किया है। जापान में ओसाका और होक्काइडो जैसे प्रांतों में सैन्य बल स्थानीय अस्पतालों की नर्सों की सहायता करेंगे। जापान देश में सोमवार को 1,518 नए मामलें आये हैं। कुल मिलकर 167000 कोरोना के केस हैं, ठीक हुए केस 139000 और मौतों का आकड़ा 2395 है। दक्षिण कोरिया में भी सैन्य और पुलिस बल मिलकर मेडिकल स्टाफ की मदद करेंगे जबकि कोविड सेंटरों ने अपने प्रशिक्षण स्टाफ की रात की ड्यूटी में घंटों को बढ़ाया गया है। यहां के सप्ताहांत और सियोल क्षेत्र में कोरोना वायरस को लेकर लोगों को सैन्य और पुलिस बल मिलकर जागरूक करेंगे। देश में बुधवार को 677 नए मामले आये हैं। कुल मिलकर 39432 कोरोना के केस हैं, ठीक हुए केस 30177 हैं और मौतों का आकड़ा 556 है। हांगकांग भी कोरोना मामलों की चैथी लहर का सामना कर रहा है, सिंगापुरने बुलबुले की नियोजित यात्रा को रद्द करने के लिए मजबूर कर दिया। क्योंकि यहां अब नए प्रतिबंध लगाए गए हैं।
पूर्वी एशियाई देशों में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड कोरोनो वायरस की रोकथाम में सबसे अच्छे रहे हैं। इन देशों ने समय रहते देश में प्रतिबंध लगा दिया था अब यहां कोरोना केस की संख्या में कमी आयी है। यहां सामान्य जीवन लाने का प्रयास किया जा रहा है। अब इन देशों को सर्दी का सामना भी करना पड़ रहा है। ऐसे में कोरोना की चुनौती बढ़ी है। दक्षिण कोरिया के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने चेतावनी दी कि महामारी की शुरुआत के बाद से देश अपने ‘‘सबसे बड़े संकट’’ का सामना कर रहा है, इस सप्ताह दैनिक मामले 750 से अधिक हो सकते है। वे लोगों से अगले तीन हफ्तों के लिए सख्त प्रतिबंधों का पालन करने का आग्रह कर सकते हैं।
जापान देश में सोमवार को 1,518 नए मामलें आये हैं। कुल मिलकर 167000 कोरोना के केस हैं, ठीक हुए केस 139000 और मौतों का आकड़ा 2395 है। दक्षिण कोरिया में भी सैन्य और पुलिस बल मिलकर मेडिकल स्टाफ की मदद करेंगे जबकि कोविड सेंटरों ने अपने प्रशिक्षण स्टाफ की रात की ड्यूटी में घंटों को बढ़ाया गया है। यहां के सप्ताहांत और सियोल क्षेत्र में कोरोना वायरस को लेकर लोगों को सैन्य और पुलिस बल मिलकर जागरूक करेंगे। देश में बुधवार को 677 नए मामले आये हैं। कुल मिलकर 39432 कोरोना के केस हैं, ठीक हुए केस 30177 हैं
पिछले सप्ताह गहन देखभाल में जापान ने कोविड -19 रोगियों की अपनी उच्चतम संख्या दर्ज की । प्रधान मंत्री योशीहिदे सुगा ने स्वीकार किया कि स्थिति ‘अत्यधिक चिंताजनक’ बनी हुई थी जिसको लेकर अस्पताल और चिकित्सा कर्मचारी अत्यधिक चिंतित थे।
कई स्थानों पर स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली सर्दियों में अधिक संघर्ष करती है। अस्थमा, दिल के दौरे और स्ट्रोक जैसी स्थितियां ठंडे तापमान में खराब हो जाती हैं, और इन्फ्लूएंजा जैसी कुछ संक्रामक बीमारियां अधिक आसानी से फैलती हैं, क्योंकि कोरोना के लक्षण सर्दियों के श्वसन कीड़े के समान हैं, जिससे मामले को ट्रैक और ट्रेस करना भी कठीन हो सकता है। जबकि सरकारों को लाॅकडाउन के उपायों से अर्थव्यवस्था चरमाने का खतरा रहेगा। इससे आबादी पर अन्य प्रतिबंध लगाने में भी मुश्किल हो सकती है।
हालांकि जापान ने अधिक से अधिक वेंटिलेशन का इंतजाम किया है, लेकिन यहां देश के कुछ हिस्से ऐसे हैं जहां पूरे सर्दियों में ठंड का अनुभव रहता है। जापान के उत्तरी होक्काइडो। ओसाका प्रांत के इन शहरांे का में 1902 में माइनस 41 डिग्री सेल्सियस (माइनस 41.8ः फारेनहाइट) का सबसे ठंडा तापमान रिकाॅर्ड है। और सर्दियों में माइनस 5 डिग्री सेल्सियस (23 डिग्री फारेनहाइट) का औसत तापमान माइनस 10 डिग्री सेल्सियस (14 डिग्री फारेनहाइट) तक जाता है। एशिया के अधिकांश हिस्सों में कोरोनावायरस की रफ्तार कम हो चुकी है, जो यूरोप, अमेरिका और आॅस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों में कड़े लाॅकडाउन के कारण हुई हैं। यूरोप और अमेरिका के एक साथ कोरोना जैसी घातक बीमारी और दयनीय सर्दी का सामना करना पड़ रहा है। निकट भविष्य में वैक्सीन रोलआउट की थोड़ी सी उम्मीद के साथ आंखें इस बात पर होंगी कि क्या एशिया महामारी के प्रबंधन का एक अधिक प्रभावी तरीका दिखाता है।