दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन इन दिनों चीन के दौरे है इस बीच उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात में कहा कि दुनिया में किसी अन्य कार्य से अधिक महत्वपूर्ण अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच वार्ता का होना है। दोनों देशों के बीच परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर वार्ता का सिलसिला बना रहना चाहिए।
जून 2018 में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच तीन मुलाकात हो चुकी हैं लेकिन वे बेनतीजा रही हैं। जबकि उत्तर कोरिया लगातार मांग करता रहा है कि पहले उसके ऊपर लगे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध हटाए जाएं। 21 दिसंबर ,शनिवार को उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया ने चेतावनी दी थी कि उसके देश में मानवाधिकारों की खराब स्थिति बताने के लिए अमेरिका को दुष्परिणाम भुगतने होंगे। साथ ही यह भी कहा है कि उत्तर कोरिया के लिए अपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ेगा। इसीलिए दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने चिनफिंग से हालात बिगड़ने से रोकने का अनुरोध किया है। चीन उत्तर कोरिया को कूटनीतिक मामलों में समर्थन देता है और उसका खास सलाहकार है।
मून ने कहा है कि कोरियाई प्रायद्वीप के हालात फिर से बिगड़ें, इससे पहले अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच वार्ता बहाल की जानी चाहिए। तीन बार की शिखर वार्ता से कोई नतीजा न निकलने के बाद उत्तर कोरिया ने अमेरिका से किसी तरह की वार्ता न करने का ऐलान कर दिया है।