सेक्स थेरेपी को अब रोगियों के अलावा घायल सैनिकों को भी दिया जाएगा। आप भले ही इसे सुनकर हैरान ही जाए लेकिन कई देशों में अब चर्चित सेक्स थेरेपी के इस्तेमाल को व्यापक स्तर पर ले जाने की कवायद तेज हो गयी है।
एक मीडिया संस्थान के रिपोर्ट के अनुसार, इस्राइल में सेक्स सेरोगेट घायल सैनिकों का सहारा बन रही हैं और वह यहां काम सरकारी खर्चे पर कर रही हैं। जो सैनिक बुरी तरह घायल हो चुके हैं और उन्हें इसकी जरूरत है उनको यह थेरेपी दी जा रही है।
इस्राइल के इस फैसले का हो रहा विरोध
हालांकि इस फ़ैसले के बाद से ही इसकी कड़ी आलोचना भी हो रही है इसलिए इसे व्यापक रूप से इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता है। लेकिन सेक्स थेरेपी इस्राइल में घायल सैनिकों को दी जा रही है।
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घायल सैनिकों को यौन पुर्नवास की जरूरत होती है। उनके यौन संबंधित जरूरत को पूरा करने के लिए सेक्स सेरोगेट को एक पार्टनर के रूप में करना होता है। सेक्स सेरोगेट में महिला पुरुष दोनों शामिल हो सकते हैं।
कामुक तस्वीरों की ली जाएगी मदद
इस्राइल के तेलअवीव शहर में एक महिला एक परामर्श केंद्र चलाती हैं। उन्होंने बताया कि यह होटल की तरह बिल्कुल नहीं दिखता है, यह एक घर की तरह ही दिखता है। साथ ही बताया कि जिस कमरे में ग्राहक ठहरता है। उस कमरे में दीवरों पर कामुक तस्वीरें लगाई जाती हैं।
उन्होंने बताया कि कमरें एक बिस्तर, एक सीडी प्लेयर, शॉवर की व्यवस्था और कामुक कलाकृतिओं के साथ सजाया जाता है। केंद्र पर कुछ सरोगेट पार्टनर ग्राहकों को करीबी रिश्ता और अंत में सेक्स करना सीखाती हैं।
इस थेरेपी को उन्हीं सैनिकों को मुहैया कराया जाता है जिनकी लड़ाई के दौरान सेक्स करने की क्षमता घायल होने की वजह से प्रभावित हो जाती है।
केंद्र चालक ने बताया कि, ‘यह एक तरह की कपल थेरेपी है। किसी के पास अगर पार्टनर नहीं है तो इस कर पाना नामुमकिन है। ये पार्टनर की भूमिका निभाते हैं। आलोचक इस वेश्यावृत्ति कहते हैं लेकिन इस्राइल में इसे सैनिकों को सरकारी खर्चे पर मुहैया कराया जाता है।’