साल 2020 विश्व के लिए काफी खतरनाक रहा। इसी साल दुनिया की कई दिग्गजों हस्तियों ने दुनिया को अलविदा भी कहा। 2020 ईरान के लिए भी काफी दुखदायी रहा था, क्योंकि उसने अपनी दो प्रमुख हस्तियों को खो दिया। जनवरी में इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कुद्स फ़ोर्स के कमांडर मेजर जनरल क़ासिम सुलेमानी की अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत हो गई थी। जबकि नवंबर में देश के प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फ़ख़रिज़ादेह की एक रिमोट कंट्रोल हथियार से हत्या कर दी गई थी। अब ईरान ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए अरेस्ट वारेंट जारी कर दिया है। इसके लिए ईरान ने मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या को लेकर इंटरपोल को रेड नोटिस भेजा है। जिसमें उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अन्य 47 लोगों की गिरफ्तारी की मांग की है।
ईरान के न्यायालय-संबंधी मामलों के प्रवक्ता गुलामहुसैन इस्माइली ने कहा है कि “ईरान उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने और सजा देने के लिए काफी गंभीर है जिन्होंने सुलेमानी की हत्या का आदेश दिया और फिर उन पर हमला किया।” हालांकि इससे पहले भी ट्रंप की गिरफ्तारी की मांग हो चुकी है। तेहरान के प्रॉसेक्यूटर अली अलकासिमेहर ने ट्रंप की गिरफ्तारी की मांग की थी, लेकिन इंटरपोल उस मांग को यह कहकर अस्वीकार कर दिया कि उसका सविंधान उसे धार्मिक, राजनीतिक और नस्लीय मामलों पर कार्रवाई करने की इजाजत नहीं देता है।
अपनी हार के बाद ट्रंप लगातार विवादों का सामना कर रहे हैं। कभी उनके क्षमादान को लेकर विवाद खड़ा हो जाता है तो कभी कोरोना रिलीफ फंड को लेकर। 20 जनवरी 2021 तक ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति पद पर बने रहेंगे। ईरान भी उम्मीद कर रहा है कि जब वह राष्ट्रपति पद छोड़ेंगे तो उन पर दवाब बनाना आसान हो जाएगा। कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद ईरान और अमेरिका के रिश्ते काफी ज्यादा तल्ख हो गए है। ईरान ने कमांडर सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए यूक्रेन के एक विमान को मार गिराया था, जिसमें 176 लोग मारे गए थे। जिसमें ज्यादातर संख्या ईरानी लोगों की थी।
इंटरपोल क्या है?
इंटरपोल दुनिया का सबसे बड़ा पुलिस संगठन है। इस संगठन के साथ 192 देश जुड़े हुए है। इस संगठन का उदेश्य है कि दुनिया की पुलिस को इतना ज्यादा सशक्त बना देना कि पूरी दुनिया रहने के लिए सुरक्षित स्थान बन जाए। इसकी स्थापना 1923 में ‘अंतराष्ट्रीय अपराध पुलिस आयोग’ के रूप में की गई। 1956 में इसे ‘इंटरपोल’ के नाम से जाना जाने लगा। इसका मुख्यालय लियोन फ्रांस में है। वर्तमान में इसके चेयरमेन मेन्ग होंगवेई हैं।