ईरान में 2 दिन से चल रही व्यापक हिंसा को लेकर 2 लोगों के मारे जाने के बीच देश के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने रविवार को चेतावनी दी है कि दंगा को जन्म देने वाले लोगों की ईरान मैं कोई स्थान नहीं है। रूहानी ने कहा,‘विरोध प्रदर्शन करना लोगों का अधिकार है, लेकिन प्रदर्शन और दंगों में फर्क है। हम समाज में शांति चाहते। दरअसल बीते कुछ दिनों से ईरान में पेट्रोल के दाम बढ़ाने को लेकर प्रदर्शन इतना बढ़ गया कि लोग दंगो पर उतर गए। ईरान सरकार ने घोषणा की थी कि हर माह शुरुआती 60 लीटर पेट्रोल की खरीद पर कीमत में 50 फीसदी बढ़ोतरी की जाएगी और इस सीमा से अधिक पेट्रोल खरीदने पर कीमत में 300 फीसदी बढ़ोतरी की जाएगी। इस घोषणा के कुछ घंटे बाद ही ईरान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था।
वहीं हसन रूहानी की चिंता भी बढ़ गई है , क्योंकि देश में माहौल ख़राब हो चुका है। प्रशासन का कहना यह भी है की वो ग़रीबों के कल्याण के लिए पैसा बचाना चाहते हैं। वहीं ईरान के नेता अयातुल्ला खामेनी ने पेट्रोल के दाम बढ़ाने के सरकार के फैसले का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि जो लोग विरोध प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, वे ‘डाकू’ हैं और उन्हें ईरान के दुश्मनों का समर्थन प्राप्त है।
ईरान अमरीकी पाबंदियों की वजह से पहले ही आर्थिक मोर्चे पर संघर्ष कर रहा है। 2015 में अमरीका ने ईरान से परमाणु समझौते से अपने क़दम पीछे खींच लिए थे और उस पर आर्थिक पाबंदियों का ऐलान किया था।