पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान जब से देश के पीएम बने हैं,तब से दिक़्क़तों का सामना कर रहे हैं। कभी सीमा विवाद तो कभी देश की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था उनकी चुनौती बनी हुई है। इस बीच इमरान खान ने विपक्षी गठबंधन को चुनौती दी है कि वह उन्हें अपदस्थ करने के लिए संसद में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर दिखाए। खान ने विपक्ष की उस मांग की निंदा की जिसमें उसने उन्हें मध्यावधि चुनाव के लिए विवश करने के वास्ते सांसदों से सामूहिक इस्तीफा देने को कहा ।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि वह देश को विभिन्न संकटों से बाहर निकालने के लिए राष्ट्रीय चर्चा कराने से कभी पीछे नहीं हटे हैं। ग्यारह दलों वाले विपक्षी गठबंधन ने घोषणा की थी कि उनके सांसद सरकार को पंगु बनाने और प्रधानमंत्री को मध्यावधि चुनाव के लिए विवश करने के वास्ते इस महीने के अंत तक सामूहिक रूप से इस्तीफा देंगे।
यह फैसला विपक्षी गठबंधन ‘पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की इस्लामाबाद में हुई मैराथन बैठक में लिया गया। खान के नेतृत्व वाली सरकार को अपदस्थ करने के लिए 11 विपक्षी दलों के इस गठबंधन की स्थापना इस साल सितंबर में हुई थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार को अपदस्थ करने का संवैधानिक रास्ता संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाने का है। उन्होंने कहा, ”यदि विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहता है तो वह आए और विधानसभाओं में भी ऐसा करे।” खान ने सांसदों से सामूहिक इस्तीफे के आह्वान को लेकर विपक्ष की आलोचना की।