पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को इमरान सरकार ने भगोड़ा घोषित कर दिया है। कहा जा रहा है कि शरीफ के खिलाफ ये कदम उनकी ओर से अपनी मेडिकल रिपोर्ट न भेजने और जमानत के प्रावधानों का उल्लंघन करने के चलते उठाया गया है। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, यह फैसला प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया।
प्रधानमंत्री की सूचना प्रसारण मामलों की सलाहकार फिरदौस आशिक अवान ने बैठक की जानकारी देते हुए बताया, “नवाज शरीफ लंदन के एक अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट पेश नहीं कर सके। इसके बाद मेडिकल बोर्ड ने उनकी ओर से भेजे गए मेडिकल सर्टिफिकेट को खारिज कर दिया और सरकार ने उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया है। अब कानून के हिसाब से नवाज शरीफ एक भगोड़े हैं और अगर वह देश नहीं लौटे तो उन्हें घोषित अपराधी करार दे दिया जाएगा।”
बता दें कि नवाज शरीफ के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। उसके बाद वह जेल में बंद थे। उस दौरान उनकी सेहत बहुत बिगड़ गई थी जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए विदेश जाने की इजाजत दी गई थी। लाहौर हाईकोर्ट से उन्हें मेडिकल ग्राउंड पर जमानत दी थी। पिछले साल 29 अक्टूबर को उन्हें आठ हफ्ते की जमानत दी गई थी। अब उनकी जमानत अवधि खत्म हो चुकी है।
अल-अजीजिया मिल्स भ्रष्टाचार के मामले में उन्हें सात साल की सजा हुई है। तीन बार के प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ 24 दिसंबर, 2018 से जेल में की सजा काट रहे हैं। क्योंकि जवाबदेही अदालत ने भ्रष्टाचार के तीन मामलों में से एक में उन्हें दोषी ठहराया था।