ईरान और अमेरिका के बीच कभी भी युद्ध छिड़ सकता है। इस बात का अंदाजा भारत को भी हो गया है। अमेरिका के बॉम्बर विमानों में मिसालें लोड कर दी गई है। हजारों पाऊंड के बम लगा दिए गए है। जमीनी फौज भी रेडी कर दी गई है। अमेरिका की परमाणू पनडुब्बियां इस वक्त अरब सागर में हैं। ये अमेरिका की जंग की तैयारी के साथ डोनॉल्ड ट्रंप का मैसेज है; जो ईरान तक पहुंच गया है।
….hundreds of Iranian protesters. He was already attacking our Embassy, and preparing for additional hits in other locations. Iran has been nothing but problems for many years. Let this serve as a WARNING that if Iran strikes any Americans, or American assets, we have…..
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 4, 2020
ट्रंप ने ट्वीट किया है कि अमेरिका ने नए हथियारों पर दो ट्रिलियन डॉलर खर्च किए हैं। साथ ही कहा कि हमारे पास दुनिया की सबसे बहतरीन सेना है। अगर ईरान ने किसी अमेरिकी बेस या अमेरिकी नागरिक पर हमला किया तो हम ईरान पर उन ब्रांड न्यू हथियारों से बेहिचक हमला करेंगे।
….hundreds of Iranian protesters. He was already attacking our Embassy, and preparing for additional hits in other locations. Iran has been nothing but problems for many years. Let this serve as a WARNING that if Iran strikes any Americans, or American assets, we have…..
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 4, 2020
उन्होंने कहा, “ईरान पिछले कई सालों से परेशानी का सबब बना हुआ था। इसे एक चेतावनी समझे कि अगर ईरान ने किसी अमेरिकी नागरिक या अमेरिकी संपत्तियों पर हमला किया तो हमने ईरान के 52 ठिकानों का चुनाव कर लिया है, जिनको हम निशाना बनाएंगे। इनमें कुछ अत्यधिक उच्चस्तरीय और ईरान और उसकी संस्कृति के लिए बहुत महत्वपूर्ण भी हैं। इन ठिकानों पर हमला किया जाएगा। अमेरिका और खतरा नहीं चाहता।”
दरअसल, अमेरिका द्वारा शुक्रवार को इराक में किए गए ड्रोन हमले में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बहुत बढ़ गया है। ईरानी शीर्ष जनरल कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए ईरान समर्थित लड़ाकों ने शनिवार देर रात इराक में स्थित अमेरिकी दूतावास और बलाद सैन्य ठिकानों पर रॉकेट से ताबड़तोड़ हमले किए। हालांकि, इन हमलों में कोई हताहत नहीं हुआ।