पिछले एक महीने से इजरायल और फ़िलिस्तीन के बीच युद्ध छिड़ा हुआ है। इस युद्ध में कई लोगों की जान जा चुकी है। युद्ध के चलते मानव संकट की समस्या गहराती जा रही है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुतारेस ने इसी संदर्भ में कहा है कि गाजा में मानवीय संकट से कहीं अधिक डरावनी हालत है, यह मानवता का संकट है। गुजरते वक्त के साथ संघर्ष विराम की आवश्यकता अधिक जरूरी होती जा रही है।
एक महीने से चल रहा यह युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा । इस में अबतक 11 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुकें हैं। दोनों देशों के बीच इस युद्ध से गाजा पट्टी की हालत बदतर होती जा रही है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने एक बार फिर गाजा में बिगड़ती स्थिती पर सबका ध्यान केंद्रित करवाया है। गाजा बच्चों के लिए कब्रगाह बनता जा रहा है।
गाजा का मानवीय संकट कहीं ज्यादा डरा देने वाला है। यूएन के अनुसार गुजरते घंटे के साथ संघर्ष विराम की आवश्यकता अधिक जरूरी होती जा रही है। उन्होंने कहा कि संघर्ष के पक्ष और वास्तव में, अंतरराष्ट्रीय समुदाय एक तत्काल और मौलिक जिम्मेदारी का सामना कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदायों पर इस अमानवीय पीड़ा को रोकने और गाजा में मानवीय सहायता का विस्तार करने की जिम्मेदारी है।
इस्राइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद फलस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) में काम करने वाले 89 लोग मारे जा चुके हैं। महासचिव के कहने अनुसार यूएन के इतिहास में हाल के हफ्तों में सबसे अधिक संयुक्त राष्ट्र की सहायता करने वाले कार्यकर्ता मारे गए हैं।’
वहीं, यूएनआरडब्ल्यूए ने जानकारी देते हुए कहा कि कम से कम 26 सदस्य घायल हुए हैं। हमारे मारे गए सहयोगी हमेशा याद रहेंगे और उन्हें भुलाया नहीं जाएगा। हम इस दुख को एक-दूसरे के साथ और परिवारों के साथ साझा करते हैं।