ईरान में हिजाब का विरोध किया थमने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। राजधानी तेहरान की रहने वाली महसा अमिनी की मौत के बाद से ही ये प्रदर्शन हिंसात्मक रुप ले रहें हैं। ईरानी महिलाएं सड़कों पर उतरकर हिजाब का विरोध कर रही हैं। इतना ही नहीं महिलाएं विरोध स्वरूप अपने बाल को भी काटकर ईरान सरकार को चुनौती दे रही हैं। इसी प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाली 20 साल की हदीस नजफी ईरान के सुरक्षाबलों की गोली का शिकार हो गई। जिसके बाद महिला का मौत हो गया है। महिला का नाम हदीस नजफी है, जो ईरान में टिकटॉक और इंस्टाग्राम का पॉपुलर चेहरा थीं।
https://twitter.com/AlinejadMasih/status/1573931150753628161?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1573931150753628161%7Ctwgr%5Ee4aa4e58e1a28f6ee4605880c48ec6fdd440aca6%7Ctwcon%5Es1_c10&ref_url=https%3A%2F%2Fhindikhabar.com%2Fworld%2Fhijab-protest-poster-girl-hadis-najafi-shot-dead-in-iran%2F
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 25 सितंबर की रात को कराज शहर में ईरानी सुरक्षाबलों की गोलीबारी में नजफी की मौत हो गई। सुरक्षाबलों ने उनके चेहरे, गर्दन और छाती पर 6 गोलियां मारी है। बाद उन्हें अस्पताल में ले जाया गया , लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी मौत की खबर सुनते ही विरोध प्रदर्शन और तेज होने लगा है। प्रदर्शनकारी उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे है। इसके अलावा उन्हें सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है।
गौरतलब है कि, महसा अमिनी की मौत के बाद से ईरान में हिजाब के विरोध में प्रदर्शन चरम पर पहुंच गया है। ईरानी महिलाएं हजारों की संख्या में सड़कों पर उतरकर हिजाब का विरोध कर रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन प्रदर्शनों में अब तक 40 लोगों की मौत हो गई है। देश के कई शहरों में भी प्रदर्शन हिंसक हो गया है। महिला और नागरिक अधिकार संगठनों में सरकार के नियमों को लेकर गुस्सा है, जिस वजह से ईरान में इंटरनेट पर भी पाबंदी लगानी पड़ी है। राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की सरकार की ओर से सख्त कार्रवाई की चेतावनी के बावजूद लोगों का प्रदर्शन शांत नहीं हो रहा है। ईरान न्यायपालिका प्रमुख मोहसेनी ने भी 25 सितम्बर को कहा कि दंगा भड़काने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का अब समय आ गया है।
This is the funeral of 20 year old #HadisNajafi, who was shot dead on the streets by security forces for protesting yhe murder of #MahsaAmini by Hijab Police.
Hadis was a kind hearted girl and loved dancing. pic.twitter.com/tduxVe1SZf— Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) September 25, 2022
इसके बावजूद दुनियाभर में सोशल मीडिया पर हिजाब जलाती और बाल काटती महिलाओं की तस्वीरें छाई हुई हैं। कई जगहों पर इन प्रदर्शनों में पुरुष भी शामिल हुए है। इतना ही नहीं ईरानी महिलाएं सरकार के विरोध में इटली के प्रोटेस्ट सॉन्ग बेला चाओ का परशियन वर्जन गाकर विरोध जताया जा रहा है। इन प्रदर्शनों की वजह 22 साल की महसा अमिनी हैं। महसा अमिनी अब इस दुनिया में नहीं हैं।16 सितंबर को उनकी मौत हो गई है। महसा अमिनी को 13 सितंबर को ईरान पुलिस ने गिरफ्तार किया था। महसा अमिनी आरोप था कि तेहरान में सही तरीके से हिजाब नहीं पहना था। जबकि ईरान में हिजाब पहनना जरूरी है। इसी वजह से अमिनी को गिरफ्तार कर पुलिस स्टेशन ले जाया गया,वहां तबीयत बिगड़ी तो अमिनी को अस्पताल ले जाया गया। जिसके 3 दिन बाद खबर आई कि महसा अमिनी की मौत हो गई। तब परिजनों ने आरोप लगाया था कि,पुलिस ने महसा अमिनी के साथ बुरी तरह मारपीट की थी। इससे वो कोमा में चली गईं और अस्पताल में उनकी मौत हो गई। अमिनी की मौत के बाद से ईरान में जगह-जगह पर प्रदर्शन हो रहे हैं। सरकार के खिलाफ नारेबाजी हो रही है। महिलाएं खुद से अपने बाल काटकर विरोध जता रहीं हैं। सुरक्षाबलों के सामने हिजाब उड़ा रहीं हैं।