खाड़ी के देश इन दिनों ईरान और अमेरिका के बीच लगातार बढ़ते जा रहे है तनाव से खासे चिंतित है। उसी चिंता का एक बड़ा कारण आज,9 अगस्त से शुरू होने जा रही हज यात्रा है। सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का में हर वर्ष आयोजित इस इस्लामिक धर्म यात्रा में करोडों की तादाद में हज यात्री भाग लेते हैं। पहले ही दिन लगभग 18 लाख यात्री मक्का पहुँच रहे हैं। इस बीच यह आशंका गहरा रही थी कि खाड़ी में तेल को लेकर ईरान और अमेरिका के बीच चल रहा युद्ध इस यात्रा के लिए परेशानी पैदा कर सकता है।
गौरतलब है कि इस साल हजयात्रा क्षेत्र में तेल के टैंकरों पर हमले और ड्रोन हमले बढ़ने को लेकर पैदा हुए तनाव के बीच हो रही है। खाड़ी के अग्रणी देश सऊदी अरब और उसके साथी देश अमेरिका द्वारा ईरान को इन हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। सऊदी अरब के चिर प्रतिद्वंद्वी तेहरान ने इससे इनकार किया है। ‘तस्निम’ समाचार एजेंसी के अनुसार, सउदी अरब और ईरान के बीच कूटनीति रिश्ते बंद होने के बावजूद ईरान के करीब 88,550 ईरानियों द्वारा इस साल हज यात्रा में भाग लेने की उम्मीद है।
भारत से करीब 2 लाख हज़ यात्रियो के शामिल होने का भारत सरकार द्वारा प्रस्ताव दिया गया है। गौरतलब है कि हाल ही में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत और सऊदी अरब के बीच हुई वार्ता में इस पर फैसला किया गया था। इससे पूर्व भारत से 2 लाख से कम हज़ यात्री ही जाया करते थे।