अंडर वल्र्ड आतंकी हाफिज सईद ‘लश्कर-तैय्यबा’ के संस्थापक और वर्तमान में जमात-उद-दावा के संचालक भारत से बचता रहा, लेकिन आखिरकार शिकंजे में फंस ही गया। हाफिज सईद पर कम से कम 23 मामले चल रहे हैं। आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर भारत की ओर से लगातार दवाब का असर अब दिखने लगा है। पाकिस्तान के लाहौर में जमात-उद-दावा (जेयूडी) प्रमुख आतंकी हाफिज सईद गिरफ्तार हो गया है। गुजरांवाला कोर्ट में आतंकी हाफिज सईद की जमानत के लिए पेशी होनी थी, लेकिन पाकिस्तान के काउंटर टेरेरिज्म विभाग ने उसे रास्ते में ही गिरफ्तार कर लिया।
आतंकी हाफिज सईद को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। हाफिज सईद की गिरफ्तारी टेरर फंडिंग केस में की गई है। ये केस 2009 में दर्ज किया गया था। बता दें कि आतंकी संगठन जेयूडी का सरगना हाफिज सईद मुंबई में हुए 26/11 हमले का मास्टरमाइंड है। इसके अलावा 2001 में हुए संसद हमले से लेकर पुलवामा और उरी हमले की साजिश में भी वह शामिल था।
पाकिस्तान अभी तक आतंकी हाफिज सईद की गिरफ्तारी पर चालाकियां दिखा रहा था, लेकिन आतंक को लेकर भारत के दबाव के आगे पाकिस्तान को झुकना पड़ा। अब पाकिस्तान मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज सईद की गिरफ्तारी को लेकर प्रेस कान्फ्रेंस भी करने वाला है। वहीं, इस कार्रवाई को आतंक पर कार्रवाई का दिखावा भी कहा गया रहा है, क्योंकि, पाकिस्तान के पीएम इमरान खान 21 जुलाई को अमेरिका जा रहे हैं।
अब ऐसे में अपने पीएम के अमेरिका के दौरे से पहले पाकिस्तान दुनिया को दे मैसेज देना चाहता है कि वह की सरकार आतंकवाद पर कार्रवाई कर रही है। वहीं, आतंकी हाफिज सईद की गिरफ्तारी पर भारत सरकार में मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इसे पाकिस्तान का नाटक बताया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पहले भी गिरफ्तारी का नाटक कर चुका है। उसका भरोसा नहीं किया जा सकता।