एक समय में गुप्ता ब्रदर्स का कभी दक्षिण अफ्रीका के कारोबार जगत में बोलबाला रहता था। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले तीनों भाई अजय गुप्ता, अतुल गुप्ता और राजेश गुप्ता 1993 में दक्षिण अफ्रीका पहुंचे थे। दक्षिण अफ्रीका पहुंचकर इन तीनों भाइयों ने मिलकर बिजनेस का विशाल साम्राज्य खड़ा कर लिया। जिसके कारण ये हमेशा चर्चा का विषय रहे और एक बार फिर गुप्ता ब्रदर्स चर्चा में हैं।
दरअसल, दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के करीबी और भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे गुप्ता भाइयों को संयुक्त अरब अमीरात में गिरफ्तार कर लिया गया है। दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने पुष्टि की है कि राजेश गुप्ता और अतुल गुप्ता दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इसके बाद भ्रष्टाचार के आरोपी गुप्ता ब्रदर्स को वापस लाने की कवायद जोर-शोर से शुरू हो गई है। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि वह वापसी करेंगे या नहीं। दरअसल, दोनों देशों ने अप्रैल 2021 में प्रत्यर्पण संधि पर हस्ताक्षर किए थे। सरकार का कहना है कि दोनों देशों में बातचीत चल रही है।
2009-2018 के दौरान भारी भ्रष्टाचार
गुप्ता ब्रदर्स अजय, अतुल और राजेश गुप्ता पर स्थानीय मुद्रा में करोड़ों रुपये के गबन का आरोप है क्योंकि वे पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के करीबी माने जाते हैं। भ्रष्टाचार 2009 और 2018 के बीच हुआ। हालांकि, घोटाला सामने आने के बाद वह दक्षिण अफ्रीका से भाग गए। उनके खिलाफ कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने पहली बार स्वीकार किया है कि अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस के भीतर मतभेदों के कारण देश के घोटाले में कथित रूप से शामिल गुप्ता परिवार के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं की जा सकी।
1994 में परिवार के साथ दक्षिण अफ्रीका में आकर बस गए
अजय, अतुल और राजेश गुप्ता 1994 में अपने परिवार के साथ दक्षिण अफ्रीका आए थे। वह पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के बेहद करीब थे। गुप्ता बंधु जल्द ही दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष पांच सबसे अमीर लोगों में शामिल हो गए। गुप्ता बंधु मूल रूप से सहारनपुर के रहने वाले हैं। उनके पिता शिवकुमार की सहारनपुर में राशन की दुकान थी। वह दिल्ली में खुलने वाली अपनी कंपनी से मसालों का निर्यात करते थे। उनकी दूसरी कंपनी टैल्कम पाउडर में इस्तेमाल होने वाले साबुन की दुकान का पाउडर बांट रही थी। सहारनपुर के रानी बाजार में उनका पुश्तैनी घर है।