अमेजन के वर्षा-वन दुनिया में सबसे बड़े हैं। इसका कुल क्षेत्रफल सत्तर लाख वर्ग किलोमीटर है जो पूरे दक्षिणी अमरीकी प्रायद्वीप का 40 प्रतिशत हिस्सा है। अमेजन के जंगल धरती के पर्यावरण संतुलन में बेहद अहम भूमिका निभाते हैं इसलिए इसे ‘धरती का फेफड़ा’ कहा जाता है। लेकिन पूरी दुनिया को 20 फीसद ऑक्सीजन देने वाले अमेज़न जंगल पर गंभीर संकट मंडराने लगा है। दक्षिण अमेरिका के ब्राज़ील में स्थित पूरी दुनिया का सबसे बड़ा वन और दुनिया में धरती के फेफड़े के नाम से प्रसिद्ध इस वन में धड़ल्ले से पेड़ो की कटाई जारी है।
अमेज़न का जंगल इस समय चर्चा में है। इसके पीछे कारण वनों की कटाई के रिकॉर्ड स्तर में वृद्धि है। ब्राजील की राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान एजेंसी (आईएनपीई) के मुताबिक, वनों की कटाई इतनी तेजी से हुई है कि न्यूयॉर्क शहर से पांच गुना बड़ा क्षेत्र साफ हो गया है। यह पिछले साल के समान महीनों में हुई फसल की तुलना में 10.6% अधिक है।
ब्राजील सरकार के आंकड़ों के मुताबिक इस साल जनवरी से जून तक 3,988 वर्ग किलोमीटर अमेजन के जंगल तबाह हो चुके हैं। यह 2015 के बाद से कटाई का उच्चतम स्तर है। जून कटाई दर में 5.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसने 1,120 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को तबाह कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक महज एक महीने की कटाई दर ने अपना नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है।
अमेजन के जंगल में आग के मामले कभी नहीं रुके। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक अमेजन के जंगलों की अंधाधुंध कटाई से भी आग के मामले असामान्य रूप से बढ़े हैं। गौरतलब है कि पिछले 15 सालों में जून के महीने में ब्राजील के अमेजन में सबसे ज्यादा जंगल की आग के मामले सामने आए हैं।
आग लगने का मुख्य कारण कटाई, लकड़हारे की फसल है और किसान इसमें आग लगाते हैं ताकि कृषि की जा सके। ब्राजीलियाई इसका विरोध करते हैं, विशेषज्ञ इस नीति पर राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो की आलोचना करते हैं। लोगों का मानना है कि जंगल की यह स्थिति उनकी बकवास नीतियों के कारण हुई है।
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