अमेरिकी एजेंसी एफबीआई ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के घर पर छापा मारा है। सोमवार, 8 अगस्त को एफबीआई ने फ्लोरिडा में ट्रम्प के लक्जरी घर, मार-ए-लागो रिसॉर्ट में सर्चिंग की है। डोनाल्ड ट्रम्प का कहना है कि एफबीआई ने रिसॉर्ट पर छापा मारा और उनकी तिजोरी को तोड़ा। अपने बयान में उन्होंने यह भी कहा कि यह हमारे देश के लिए काला समय है क्योंकि डेमोक्रेट नहीं चाहते कि मैं 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी करूं, इसलिए ऐसा हो रहा है।
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप पर व्हाइट हाउस से बाहर निकलते वक्त कई आधिकारिक दस्तावेज अपने साथ लाने का आरोप है, इनमें से ज्यादातर दस्तावेज आधिकारिक थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप के घर को कई एफबीआई एजेंटों ने घेर लिया है और उनके घर की तलाशी ली जा रही है।
Former US President Donald Trump, in a statement posted to his social media, confirms FBI raid on his Mar-a-Lago property.
— ANI (@ANI) August 8, 2022
“My beautiful home, Mar-A-Lago in Palm Beach, Florida, is currently under siege, raided, and occupied by a large group of FBI agents,” he says pic.twitter.com/FL4Jqxhclw
एजेंसी पर पलटवार करते हुए ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। जांच एजेंसियों के सहयोग के बावजूद ऐसी कार्रवाई की जा रही है। यह एक हथियार के रूप में न्यायपालिका का दुरुपयोग करने जैसा है। यह कट्टर वामपंथी डेमोक्रेट्स का हमला है। वे नहीं चाहते कि मैं 2024 का चुनाव लड़ूं।
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह छापेमारी बिना किसी सूचना के की गई है। जब एफबीआई एजेंटों ने मार-ए-लिगो पर छापा मारा तो ट्रम्प खुद वहां नहीं थे। ट्रंप पर आरोप है कि पिछले साल व्हाइट हाउस से निकलते समय कुछ दस्तावेज अपने साथ ले गए थे। हालांकि, अभी तक एफबीआई की ओर से इस आरोप की पुष्टि नहीं की गई है।
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप कई बार कह चुके हैं कि वह एक बार फिर राष्ट्रपति चुनाव लड़ेंगे, इतना ही नहीं उनकी रिपब्लिकन पार्टी में उन्हें चुनौती देने के लिए उनके कद का कोई दूसरा नेता मौजूद नहीं है। ट्रंप पर कार्यालय में रहते हुए आधिकारिक दस्तावेजों को फाड़ने और फ्लश करने का भी आरोप है।
डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति रहने के दौरान पेपर फाड़ने के लिए भी जाना जाता रहा है। अमेरिकी कानून के मुताबिक ये राष्ट्रपति रेकॉर्ड्स एक्ट का उल्लंघन माना जाता है। दरअसल इस कानून में राष्ट्रपति से जुड़े सभी मेमो, पत्र, ईमेल और हर वह पेपर जिसे राष्ट्रपति छूते हैं उन्हें वाइट हाउस से नेशनल आर्काइव में सुरक्षित रखने के लिए भेज दिया जाता है। कहा जाता है कि वाइट हाउस का एक स्टाफ सिर्फ उनके फाड़े पेपर को वापस टेप लगाने के लिए रहा करता था।