अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प और जो बिडेन के बीच खींचतान चल रही है। बिडेन जीत की कगार पर हैं, अंतिम निर्णय आने में कुछ हजार वोटों की गिनती शेष है। लेकिन ट्रम्प वोट की गिनती में जो बिडेन से पिछड़ते जा रहे हैं और इसे मानने को तैयार नहीं हैं। इसी बीच उन्हें एक और झटका लगा है। अदालत ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ओर से मिशिगन और जॉर्जिया में दायर मामलों को खारिज कर दिया है। ट्रम्प ने दोनों राज्यों में पोस्टल बैलेट काउंटिंग रोकने का आह्वान किया है। लेकिन कोर्ट ने उनकी इस मांग को खारिज कर दिया है।
अमेरिका की अदालतों ने चुनाव में कथित गड़बड़ी के खिलाफ राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के प्रचार अभियान की ओर से मिशिगन और जॉर्जिया में चुनाव में कथित तौर पर धांधली का आरोप लगाया था। जिसको लेकर उन्होंने कोर्ट में मुकदमे जारी किये था। जिसे कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया है।
गुरुवार, ५ नवंवर को मिशिगन कोर्ट ऑफ क्लेम्स की न्यायाधीश सिंथिया स्टीफेन्स की ओर से यह कहते हुए वाद खारिज कर दिया कि मिशिगन के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट स्थानीय मतगणना प्रक्रिया में सम्मिलित नहीं है। इस संबंध में औपचारिक आदेश शुक्रवार को जारी किया जायेगा। फ़िलहाल अनेक मीडिया संस्थान राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन को मिशिगन राज्य से विजयी घोषित कर चुके हैं।
दरअसल ट्रंप प्रचार अभियान की ओर से उन मतपत्रों की गिनती रोकने का अनुरोध किया गया था जो मतदान केंद्र में न जाकर अन्य किसी माध्यम से डाले जाते हैं। साथ ही जॉर्जिया प्रचार अभियान की ओर से आरोप लगाया गया कि अनुचित मतों की भी गणना की जा रही है।
दूसरी ओर, जो बिडेन ने अपने समर्थकों से वित्तीय मदद के लिए कहा है। बिडेन ने कानून की लड़ाई में मदद की अपील की है। अमेरिका में कानून से लड़ना बहुत महंगा है। इस पर करीब 75 करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं। इसलिए ट्रम्प के अदालत में जाने के बाद, बिडेन की टीम ने तुरंत बिडेन फाइट फंड की स्थापना की, जिसके माध्यम से उन्होंने बिडेन के लिए वित्तीय सहायता की अपील की।