जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को एक शख्स ने गोली मार दी है पश्चिमी जापान में भाषण देते समय उन्हें गोली मार दी गई थी। गोली लगने के बाद उन्हें हेलीकॉप्टर से अस्पताल ले जाया गया। घटना को देखने वालों ने बताया कि आबे जब भाषण दे रहे थे तो दो गोलियां चलने की आवाज आई थी। वह जमीन पर गिर गए थे। इसके बाद ऐसा लगा कि आबे के शरीर से खून निकल रहा है। जापान के एक स्थानीय चैनल एनएचके ने बताया कि पुलिस ने 40 साल के एक व्यक्ति को घटनास्थल से हिरासत में लिया है।
आधिकारिक तौर पर घटना से सम्बंधित कोई भी जानकारी नहीं दी गई है। आबे को गोली लगी हैं लेकिन हालत कैसी है इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। हमलावर को जापान पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। लेकिन गोली क्यों चलाई, वो कौन है इस बारे में अभी जानकारी सामने नहीं आई है। आबे को गोली मारने वाले हमलावर का नाम Yamagami Tetsuya बताया गया है। वह सेल्फ डिफेंस फोर्स का सदस्य है। उसने शॉटगन से हमला किया था। आने वाले रविवार को जापान में आम चुनाव होने हैं। आम चुनाव के पहले आबे भाषण दे रहे थे।
जापान को दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों में से एक माना जाता है। फिर भी इस तरह की घटना होना हैरान करने वाली है। बंदूक नियंत्रक कानून भी यहां सख्ती से लागू हैं।
दुनियाभर के नेताओं द्वारा इस घटना पर दुख जताया जा रहा है। भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट में दुख जताते हुए कहा कि मेरे प्रिय मित्र आबे शिंजो पर हुए हमले से बहुत व्यथित हूं। हमारे विचार और प्रार्थनाएं उनके, उनके परिवार और जापान के लोगों के साथ हैं।
जापान के मौजूदा प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह बर्बर और दुर्भावनापूर्ण है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम वो सब करने का प्रयास करेंगे जो हम कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि अभी शिंजो आबे की हालत गंभीर है और डॉक्टर उन्हें बचाने का प्रयास कर रहे हैं। मेरी प्रार्थना है कि पूर्व पीएम की जान बच जाए। अमेरिका राष्ट्रपति बिडेन ने भी दुख जताया है।
जापान के इतिहास में शिंजो आबे प्रधानमंत्री पद पर सबसे अधिक समय तक रहने वाले नेता रहे हैं । वह प्रधानमंत्री पद पर 2012 से 2020 तक रहे। उसके बाद उन्होंने एक गंभीर बीमारी के चलते पीएम पद त्यागा था। लेकिन कुछ समय बाद भी वह फिर सदन में लौट आये। आबे जापान की सत्ताधारी पार्टी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) में सबसे लोकप्रिय नेता हैं। आबे की सोच जापान की सुरक्षा नीतियों को लेकर एकदम साफ स्पष्ट रही है। अगर ताइवान को लेकर चीन की ओर से कोई संकट आता है तो जापान की भूमिका क्यों हो सकती है ,इस पर भी वह अपनी राय रखते रहे हैं। उन्होंने अमेरिकी परमाणु हथियारों को जापान में तैनात करने की बात भी कही थी। आबे ने भले ही प्रधानमंत्री की कुर्सी छोड़ दी थी, लेकिन वह दुनिया के इधर के सभी अहम मुद्दों पर अपनी राय रखते रहते थे।