कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से यह वायरस दुनियाभर में फैला था। अब शनिवार से वहां सब-वे सर्विस शुरू हो जाएगी। बाजार खुल चुके हैं और लोग बाहर निकलने लगे हैं। 9 हफ्ते बाद हुबेई से लॉकडाउन हटा लिया गया है। लग्जरी ब्रांड के स्टोर के बाहर भीड़ भी जुटने लगी है। रेस्त्रां, होटल, पार्क और जिम में अब जिंदगी दिखने लगी है।
सबसे पहले क्वींगहाई प्रोविंस में 9 मार्च को स्कूल खुले थे। इसके बाद यह सिलसिला लगातार जारी है। स्कूल में प्रवेश के साथ ही बच्चों को सबसे पहले सुरक्षा के उपाय सिखाए जा रहे हैं। कुछ स्कूलों में बच्चों का रोज टेम्प्रेचर चैक किया जा रहा है। बड़ी कंपनियों ने काम शुरू कर दिया है, जबकि पूरे चीन में 90% बड़ी कंपनियों में उत्पादन शुरू हो चुका है।
कोरोनावायरस को दोबारा फैलने से रोकने के लिए चीन ने विदेशियों की एंट्री बैन कर दी है। यात्री जिसके पास चीन का वीसा या रेजिडेंट परमिट पहले से है, उसे भी चीन आने के लिए नया आवेदन होगा। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि हाल के दिनों में चीन लौटे 500 लोग पॉजिटिव मिले हैं। इसमें 90 फीसदी चीनी नागरिक हैं।
चीन में हेल्थ ऐप के बिना कोई बाहर नहीं निकल सकता। मॉल हो या दुकान या ऑफिस जब तक ऐप पर क्यूआर कोड स्केन नहीं होगा, प्रवेश नहीं मिलेगा। ट्रेन, टैक्सी, बस में भी इसके बिना यात्रा नहीं हो सकेगी। टेम्प्रेचर ज्यादा होने पर एप में चेतावनी आ जाएगी।
कोरोना वायरस को दोबारा फैलने से रोकने के लिए चीन ने विदेशियों की एंट्री बैन की, वीजा या रेजिडेंट परमिट वालों को भी नया आवेदन करना होगा। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अनुसार, 23 जनवरी को जब वुहान में लॉकडाउन हुआ था, तब चीन की एविएशन इंडस्ट्री में सबसे बड़ी गिरावट आई थी।
मार्च मध्य तक 5 लाख फ्लाइट्स रद्द हुई थी। लोड फैक्टर 40% तक रह गया था, जो अब 60% हो गया है। यानी 50% यात्री बढ़ गए हैं। 29 मार्च से हर हफ्ते किसी देश के लिए एक ही फ्लाइट होगी। शुक्रवार को शंघाई के 200 से अधिक सिनेमाघरों को खोलने की अनुमति दे दी गई थी।
लेकिन इसके कुछ ही देर बाद चीन के नेशनल फिल्म ब्यूरो ने देशभर के सिनेमाघरों को आदेश दिया कि सिनेमाघर बंद रखें। वहीं भारत में कोरोना वायरस को रोकने के लिए 21 दिन तक देश में लॉकडाउन है। यह 24 मार्च रात 12 बजे से लागू हो गया है और 14 अप्रैल तक लागू रहेगा।
21 दिन के लॉकडाउन के पीछे भी वजह है और वो ये कि कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है या नहीं, इसका पता 14 दिन के अंदर कभी भी लग सकता है। उसके बाद 5 से 7 दिन के अंदर दूसरों को भी संक्रमित कर सकता है। अगर लॉकडाउन नहीं होता तो कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ने का खतरा है। इन सबके अलावा 4 और कारण हैं, जिस वजह से देश में लॉकडाउन बहुत जरूरी है।