सऊदी अरब के अधिकारियों ने शाही परिवार के दो राजकुमारों समेत तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। इन सब पर सरकार का तख्ता पलट करने और देशद्रोह की साजिश रचने का आरोप लगा है। इस कार्रवाई को प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की सत्ता पर पकड़ मजबूत करने की कोशिश माना जा रहा है।
साथ ही इस पूरे मामले में शाही परिवारों की गिरफ्तारियों को शाही परिवार के अन्य सदस्यों के लिए चेतावनी के तौर पर भी देखा जा रहा है। बताया यह भी जा रहा है कि क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान का समर्थन नहीं करने के कारणवश ही इनको हिरासत में लिया गया है। सऊदी किंग के छोटे भाई प्रिंस अहमद बिन अब्देल अजीज, पूर्व क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन नाएफ और शाही परिवार के सदस्य गिरफ्तार किए गए लोगों में शामिल हैं।
मोहम्मद बिन नाएफ़ सऊदी अरब में आतंरिक मामलों के मंत्री थे। लेकिन साल 2017 में मोहम्मद बिन सलमान के आदेश पर जब उन्हें भी नजरबंद कर दिया गया था। तभी उनका पद भी छीन लिया गया था। विश्व के एक दैनिक समाचार पत्र में बताया गया है कि शाही परिवार के सदस्यों के घर काले कपड़ों में सुरक्षाकर्मी मास्क पहनकर पहुंचे थे। साथ ही घरों की तलाशी भी ली गई थी।
सूत्रों के अनुसार, सऊदी अरब की अदालत ने कभी सत्ता के संभावित दावेदार रहे दो लोगों पर शाह और क्राउन प्रिंस को हटाने के लिए तख्तापलट करने की साजिश रचने का आरोप लगाया। माना जा रहा है कि उन्हें ताउम्र कैद या मौत की सजा सुनाई जा सकती है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने हिरासत में लिए जाने की खबर देते हुए बताया कि राजकुमार नयेफ के छोटे भाई राजकुमार नवाफ बिन नयेफ को भी हिरासत में लिया गया है।
हालांकि, सऊदी अरब के अधिकारियों ने तत्काल इस पर अभी कोई टिप्पणी नहीं की है। इससे पहले साल 2017 में भी सऊदी शाही परिवार के दर्ज़नों सदस्यों, मंत्रियों और कारोबारियों को रियाद के रिट्ज-कार्लटन होटल में नज़रबंद किया गया था। इन सबकी गिरफ़्तारी के आदेश क्राउन प्रिंस ने दिए थे। साल 2017 में भी सऊदी शाही परिवार के दर्ज़नों सदस्यों, मंत्रियों और कारोबारियों को रियाद के रिट्ज-कार्लटन होटल में नज़रबंद किया गया था।