ऐसा लगता है कोरोना वायरस मानो भारत में ही बस गया हो। कोरोना वायरस की पहली लहर जितनी घातक थी उससे भी कई ज्यादा खतरनाक इसकी दूसरी लहर है। इस वक्त इसकी दूसरी लहर ने भारत में अपना कोहराम मचा रखा है। परंतु ध्यान देने वाली बात तो यह है कि कोरोना की यह दूसरी लहर पहली लहर से ज्यादा प्रभावशाली है। इसके संपर्क में आने से ज्यादातर लोग बीमार हो रहे हैं और मर रहे हैं।
भारत में पहले से ही कोरोना वायरस दो बार अपना भयंकर रूप दिखा चुका है। जो काफी संख्या में लोगों को बीमार कर रहा है और अब इस पर जीनोम एक्सपर्ट्स का यह कहना है जैसा की हम सब को पता है कि कोरोना वायरस दो बार अपना भयंकर रूप दिखा चुका है और अब कोरोना वायरस के ग्रुप का एक नया वायरस भी देश में आ चुका है, जिसका नाम बी.1.618 रखा गया है।
कर देता है इम्यून सिस्टम को खराब
इस म्यूटेंट वायरस की बेहद खतरनाक बात तो यह है कि ये शरीर के इम्यून सिस्टम को एकदम तेजी से खराब कर देता है। साथ ही वैज्ञानिकों ने यह भी दावा किया है कि ये म्यूटेंट वायरस महामारी को बेहद तेजी से बढ़ाता जा रहा है और तो और इस वायरस ने वेस्ट बंगाल में अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। भारत में अभी कोरोना वायरस के दूसरे वेव ने अपना कोहराम मचा रखा है।
गौरतलब है कि इसके पीछे कोरोना वायरस के इंडियन वेरिएंट का काफी बड़ा हाथ है जो दो बार अपना खतरनाक रूप दिखा चुका है। बहुत सी रिपोर्ट में तो यह दावा भी किया गया है कि इंडियन म्यूटेंट का प्रभाव वैक्सीन पर भी कम हो सकता है।
जबकि अभी भी इंडियन वेरिएंट और वैक्सीन पर रिसर्च जारी है। तो वहींं भारतीय वेरिएंट का संंक्रमण अमेरिका, ब्रिटेन और इजरायल में भी मिल चुका हैं।
इस वायरस पर नहीं होता का मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कोई असर
तो वहीं, बंगाल में स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जीनोमिक्स के एक्सपर्ट्स ने न्यू इंडियन एक्सप्रेस को कहा कि यह ई484 के समेत आनुवंशिक वेरिएंट के एक विभिन्न सेट की विशेषता है।
चौकाने वाली बात तो यह है कि यह एक ऐसा प्रभावशाली म्यूटेंट वायरस बन चुका है जो हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम को पूरी तरह से बर्बाद कर देता है और इसके साथ ही मोनोक्लोनल एंटीबॉडी का भी इस पर कोई असर नहीं पड़ता है।
कोरोना वायरस का जो नया वेरिएंट वेस्ट बंगाल में पाया गया है, यह विश्व के बहुत से देशों में मिल चुका है और यह माना जा रहा है कि यह वायरस के परिवार का ही एक हिस्सा माना जा रहा है जो म्यूटेट कर चुका है मतलब की अपने स्वरूप को बदल चुका है।
वेस्ट बंगाल में मिला यह नया वायरस
भिन्न-भिन्न देशों में मिले वायरस को लेकर रिसर्च जारी है परंतु जो म्यूटेट वायरस वेस्ट बंगाल में मिला है जिसके बारे में केवल इतना ही मालूम पड़ा है कि ये काफी खतरनाक है और लोगों के बीच काफी तेजी से संक्रमण फैलायेगा।
जीनोम सिक्वेसिंग के द्वारा एक और बात पता चली है कि कोरोना का B.1.618 वायरस और B.1.617 वायरस पश्चिम बंगाल में लोगो के बीच काफी तेजी से फैल रहा है और ये म्यूटेट वायरस काफी ज्यादा खतरनाक है।
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस का नया म्यूटेंट वायरस कितना खतरनाक है, इस सवाल का जबाव देते हुए मेडिकल एक्सपर्ट्स ने कहा कि इस वायरस के बारे में अभी तक अधिक जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई है।
अभी नहीं मिली ज्यादा जानकारी
तो वहीं एक्सपर्ट्स का कहना है कि अभी तक इस वायरस के परिवार के बहुत से म्यूटेंट वायरस पाए गए हैं जो लोगों को काफी रफ्तार से अपनी चपेट में ले रहे है। और तो और इस म्यूटेंट वायरस में लोगो में फिर से संक्रमण फैलाने की भी ताकत है, जबकि वेस्ट बंगाल में मिले इस म्यूटेट वायरस पर अभी ज्यादा जानकारी नही प्राप्त हो पाई है इसपर अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए अभी और अधिक डाटा की आवश्यकता है।
साथ ही मेडिकल एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि अभी देश में कोरोना वायरस का म्यूटेट वेरिएंट ही लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। इसीलिए देखा जाए तो पिछले साल के मुकाबले इस साल काफी संक्रमण के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं।