दुनिया के कई देशों में पिछले कुछ दिनों में कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट से मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। बढ़ते कोरोना के प्रकोप से चीन समेत यूरोप के कई देश भी प्रभावित हुए हैं। इसलिए कई जगहों पर बचाव के उपाय किए जा रहे हैं। वहीं जहां से वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस का प्रकोप शुरू हुआ था, वहां एक बार फिर से इस वायरस ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। चीन के सबसे बड़े शहर शंघाई ने सख्त लॉकडाउन का फैसला किया है। शंघाई स्थानीय सरकार के अनुसार, कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते सोमवार से शुक्रवार तक शहर के कुछ हिस्सों में लॉकडाउन की घोषणा की गई है।
चीन के शंघाई में लॉकडाउन के बाद प्रशासन ने नागरिकों से एक अहम अपील की है। प्रशासन ने कहा है, “लॉकडाउन के दौरान लोग बिना वजह घर से बाहर न निकलें, खाना ऑनलाइन ऑर्डर करें और हो सके तो वर्क फ्रॉम होम करें।” कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए शंघाई के कुछ हिस्सों में सार्वजनिक परिवहन को भी बंद कर दिया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्या कहा है?
शंघाई समेत उत्तरपूर्वी प्रांत जिलिन में कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। इस संदर्भ में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि ”कोरोना को फैलने से रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं और जरूरत पड़ने पर तत्काल लॉकडाउन किया जाए।”
इस बीच चीन पहले ही कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए दुनिया की सबसे सख्त ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ लागू करने की घोषणा कर चुका है। चीन ने सीमा पर सख्त प्रतिबंध भी लगाए हैं। देश में बड़े पैमाने पर डिजिटल ट्रैकिंग और टेस्टिंग चल रही है। हालांकि, कोरोना के प्रकोप को नियंत्रित करने में नाकामी से चीन में हड़कंप मच गया है।
कोरोना के बाद क्यूबा में अब केकड़ों का आतंक
दुनिया भर में कोरोना से लॉक डाउन स्थिति बन रही है कई देश अभी भी लॉक डाउन की ओर है तो कुछ कोरोना महामारी के बाद अन्य मुसीबत से घिर गए हैं। उन्हीं में से एक है क्यूबा जो इन दिनों केकड़ों से आतंकित है। इन केकड़ों देश के कई तटीय इलाकों में अपना कब्जा कर शुरू कर दिया है। केकड़े तेज गति से समुद्र से बाहर निकलर जमीन पर आते जा रहे हैं। जो किसी फ़िल्मी दृश्य से कम नहीं लग रहा है। प्रतीत हो रहा है जैसे ये अपना बदला लेने सड़कों पर उतर आए हैं। बे ऑफ पिग्स इलाका क्यूबा में केकड़ों के आतंक से सबसे अधिक परेशान है।