भारत में कोरोना की स्थिति को देखते हुए अन्य देशों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। भारत में चिकित्सा उपकरणों की कमी के कारण कई देशों ने चिकित्सा उपकरण भेजे हैं। जिससे मरीजों का समय पर इलाज किया जा सकता है। डेनमार्क ने भारत को 53 वेंटिलेटर भेजे हैं। यह वेंटिलेटर कोरोना के मरीजों के इलाज में मदद करने वाला है।
कुवैत ने 75 मीट्रिक टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन और 100 ऑक्सीजन सिलेंडर भेजने की पहल भी की है। कुवैती दूतावास के अनुसार, उपकरण के साथ जहाज 5 मई को रवाना हुआ। जहाज के 10 मई को भारत आने की उम्मीद है। आईएनएस क्रायोजेनिक टैंक ने 40 मीट्रिक टन तरल ऑक्सीजन, 200 ऑक्सीजन सिलेंडर, एक ऑक्सीजन सांद्रक और अन्य आपूर्ति भी की। आईएनएस कोलकाता 9 मई को भारत आएगा। इसके अलावा भारतीय नौसेना के दो जहाज लगभग 100 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन और 1400 ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ भारत आ रहे हैं। जहाज 11 मई को मुंबई पहुंचेंगे।
Coronavirus: भारत के लिए दुनिया भर से उठे मदद के हाथ
भारत में कोरोना की स्थिति को देखते हुए कई देश मदद कर रहे हैं। देश के हर राज्य में ऑक्सीजन की कमी है। इसकी मदद से राज्यों की मांग पूरी होगी। यह स्वास्थ्य प्रणाली पर तनाव को कम करने में मदद करेगा। साथ ही मरीजों को समय पर इलाज भी मिलेगा।