दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाली कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party) ऑफ चाइना को आज 1 जुलाई को 100 साल पूरे हो गए हैं। शताब्दी समारोह में चीनी Communist Party के अध्यक्ष और महासचिव शी जिनपिंग ने संयुक्त राज्य अमेरिका सहित अन्य चीन विरोधी देशों को अप्रत्यक्ष चेतावनी दी। अपने भाषण में जिनपिंग ने कहा कि चीनी लोगों की दृढ़ इच्छाशक्ति, दृढ़ संकल्प और ताकत को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी को भी चीन को धमकी या दबाव नहीं बनाना चाहिए।
यह समारोह कोरोना के वैश्विक प्रकोप और हांगकांग में नए राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम की पृष्ठभूमि में हुआ। इस समारोह को अमेरिका समेत पूरी दुनिया देख रही थी। इस खास मौके के लिए शी जिनपिंग ने माओ त्से तुंग की तरह कपड़े पहने। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई विदेशी ताकत चीन पर हावी होने की कोशिश करती है तो उसे 1.4 अरब चीनी नागरिकों की स्टील पावर का सामना करना पड़ेगा। चीन ने न किसी देश को धमकी दी है और न ही अपने किसी नागरिक पर दबाव बनाया है। जिनपिंग ने यह भी साफ कर दिया कि चीन ऐसा नहीं करेगा भी नहीं।
समाजवाद ही चीन को बचाएगा
अपने भाषण में शी जिनपिंग ने चीन को और भी मजबूत और दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश बनाने का संकल्प व्यक्त किया। चीनी लोगों ने 100 वर्षों में एक लक्ष्य की दिशा में काम किया है और उस लक्ष्य को हासिल किया है। उन्होंने आने वाले वर्षों में चीन को एक मजबूत और प्रभावी चीनी समाजवादी देश बनाने का संकल्प व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि केवल समाजवाद ही चीन को बचा सकता है और चीन का विकास कर सकता है। जिनपिंग ने पिछले 100 वर्षों में कम्युनिस्ट पार्टी के महत्वपूर्ण संघर्षों का भी उल्लेख किया।
जिनपिंग ने कहा कि चीन की सेना को राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता के लिए और अधिक परिष्कृत होने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि चीनी लोगों की राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए।
शी जिनपिंग ने Communist Party के संस्थापक माओत्से तुंग की तरह एक आत्म-छवि बनाई है। साथ ही उनके नेतृत्व में चीन ने महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को लागू करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा, हांगकांग में कानून, मुसलमानों के खिलाफ अत्याचार के लिए उनकी आलोचना की जा रही है। उनके 10 साल से अधिक समय तक सत्ता में रहने की उम्मीद है। इस पृष्ठभूमि में जिनपिंग के भाषण ने दुनिया का ध्यान खींचा। बीजिंग के तियानमेन चौक पर 70,000 लोगों की भीड़ मौजूद थी।