कोरोना महामारी से भारत समेत कुछ देश निजात पाने की राह पर है। भारत में पिछले सप्ताह कोरोना के सबसे कम मामले दर्ज किए गए हैं । जबकि चीन ,जापान जैसे देशों के हालात अभी भी गंभीर बने हुए है। 2 नवंबर के बाद से ही दुनिया भर में कोरोना के मामले तेजी से बढे हैं। जिसमें चीन सबसे ऊपर है। चीन के अस्पताल शवों से भर चुके हैं। उनके अंतिम संस्कार के लिए भी परिवार जनों को शव तक नहीं दिए जा रहे। परिजनों को अस्पताल से खुद ही शव लाना पड़ रहा है। डियन जर्नल आफ मेडिकल रिसर्च के हेड डॉक्टर समीरन पांडा के मुताबिक चीन ने जीरो कोविड पॉलिसी लगा कर ही अपने देश के हालात बिगाड़े हैं। चीन ने न सिर्फ उसे लागू किया बल्कि, सख्ती से एक मामला मिलने पर भी जीरो कोविड पॉलिसी के तहत पूरे-पूरे इलाके को लंबे वक्त के लिए प्रतिबंधित कर दिया।
लेकिन अब चीन ने जनता द्वारा किये जा रहे प्रदर्शनों के दबाव में आकर कोरोना प्रतिबंधों पर ढील दे दी है। जिसके परिणाम स्वरुप ये हालात और भी तेजी से बिगड़ते दिख रहे हैं। इसी वजह से बीजिंग में अस्पतालों के शवग्रहों में कर्मचारी तक नहीं है। ज्यादातर तर लोग वहां संक्रमित है। अस्पतालों में लगातार लोगों के शव लाए जा रहे है जिससे मालूम होता है चीन सरकार कोरोना के खिलाफ अपनी नीतियां चलाने में नकाफी साबित हुई है। ये स्थिति अगले साल और भी खराब हो सकती है। अमेरिकी बेस्ट हेल्थ इंस्टिट्यूट हेल्थ मीट्रिक्स इवैल्युएशन के अनुसार 2023 तक चीन में 10 लाख से ज्यादा मौतें हो जाएंगी।
इसी वजह से चीन ने अपनी आबादी से कहा है कि स्थिति जब तक ठीक नहीं होती तब तक लोग घर में रहकर ही अपना इलाज करें। दरअसल बढ़ते मामलों की वजह से पूरा देश कोरोना महामारी के चपेट में आ गया है। नतीजन वहां के पार्लर , रेस्तरां ,कुरियर फार्म अस्पताल , लोगों से खाली पड़ें हैं। जहां एक तरफ चीन महामारी से बढ़ती समस्याओं का सामना कर रहा है वहीं दूसरी ओर अफ्रीका और जापान जैसे देश भी इस महामारी से अछूते नहीं रहे हैं। जापान में भी कोरोना महामारी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। एक सप्ताह में यहां 10 लाख नए केस सामने आये हैं। वहीं एक सप्ताह में 1600 लोगों की मौते हुई हैं। इसके अलावा पिछले सप्ताह साऊथ कोरिया में 4.5 लाख मामले सामने आए हैं। ब्राजील ,जर्मनी , होंकोंग ,ताइवान जैसे देशों में 1 लाख से ज्यादा मामले पाए गए हैं। अमेरिका और फ्रांस जैसे देशों में भी कोरोना के मामले में वृद्धि हो रही है।