चीन और अमेरिका के बीच लंबे समय से ट्रेड वार चल रहा है। चीन की बढ़ती सैन्य शक्ति पर चिंता जताते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि कम्युनिस्ट चीन दुनिया के लिए एक खतरा है। इसके साथ ही ट्रंप ने चीन के साथ नरमी बरतने वाले अमेरिका के पिछले राष्ट्रपतियों को भी कोसा।
ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन के साथ एक मंच पर मौजूद ट्रंप ने कहा कि निश्चित रुप से चीन दुनिया की शांति के लिए खतरा है, वे अपनी ताकत इतनी तेजी से बढ़ा रहे हैं जितनी तेजी से दुनिया की कोई दूसरी ताकत नहीं कर रही है, और इसके लिए वे अमेरिका के पैसे का इस्तेमाल कर रहे हैं।
ट्रंप ने कहा कि उससे पहले के अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने चीन को 500 बिलियन डॉलर अमेरिका से लेने दिया। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “उन लोगों ने चीन को हमारी बौद्धिक संपदा अधिकार और संपदा अधिकार पर कब्जा करने दिया।”

राष्ट्रपति ट्रंप के मुताबिक दोनों देश एक व्यापार समझौते के बेहद करीब थे। लेकिन आगे ट्रंप ने कहा, “हमने बड़ी सावधानी से काम किया, बौद्धिक संपदा अधिकार पर बात हुई, सभी विवादास्पद मुद्दों पर चर्चा हुई और तभी अंतिम क्षण में उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे पर सहमत नहीं हो सकते हैं। ट्रंप ने कहा कि वे बीजिंग के साथ व्यापार समझौते पर तभी दस्तखत करेंगे जब उन्हें ये लगेगा कि ये अमेरिका के हित में है।
ट्रंप ने जोर देकर कहा है कि उन्हें नहीं लगता है कि अगले साल के राष्ट्रपति चुनाव से पहले उन्हें चीन के साथ किसी तरह के व्यापार समझौते की जरूरत है। राष्ट्रपति ने कहा कि वे चीन के साथ किसी तरह का आंशिक समझौता नहीं करना चाहते हैं, वे चाहते हैं कि जब समझौता हो तो पूरा हो।