पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस का प्रकोप झेल रही है तो वहीं जहां से कोरोना फैला वह चीन अब अपनी अर्थव्यवस्था को लेकर चर्चा में है। दुनियाभर के कई देशों की अर्थव्यवस्था कोरोना के कारण पटरी से उतर चुकी है। दूसरी तरफ चीनी अर्थव्यवस्था एक बार फिर से ग्रोथ के रास्ते पर अग्रसर है।
दरअसल , कोरोना के कारण दुनिया भर के कई देशों में अर्थव्यवस्था कमजोर हुई है। लेकिन जिस देश से कोरोना पूरी दुनिया में फैला उस देश चीन की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। इस साल की पहली तिमाही में चीन ने पिछले साल की तुलना में 18.3 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है।
अर्थव्यवस्था प्रभावित होने के चलते, जनसंख्या कानून में और ढील देगा ‘चीन’
चीन के सांख्यिकी विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में चीन की अर्थव्यवस्था के कई क्षेत्रों में मजबूती दिखाई गई है, लेकिन असामान्य रूप से मजबूत इन आंकड़ों के लिए पिछले साल के कमजोर आंकड़ों को जिम्मेदार माना जा रहा है।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के चलते लगे लॉकडाउन के कारण वर्ष 2020 की पहली तिमाही में चीन की अर्थव्यवस्था 6.8 फीसदी पर ही रुक गई थी। लेकिन वर्ष 1992 के बाद से चीन की जीडीपी में यह सबसे बड़ा उछाल है। औद्योगिक उत्पादन एक साल के भीतर मार्च में 14.1 फीसदी बढ़ गया है, जबकि खुदरा बिक्री में 34.2 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है।
चीनी अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छिन गया ये अहम दर्जा
कोरोना महामारी से विश्व भर के देशों की अर्थव्यवस्था सुस्त पड़ गई थी। चीन की अर्थव्यवस्था पर भी कोरोना ने चोट की , बावजूद इसके चीन ने कोरोना को रोकने के साथ ही व्यापार को आपातकालीन राहत दी। जिससे चीन की अर्थव्यवस्था को फायदा मिला।
हालांकि, चीनी अर्थव्यवस्था से संबंधित प्रत्येक उपाय बहुत अच्छा नहीं है, क्योंकि विश्लेषकों का अनुमान है कि कुछ क्षेत्रों में सरकार के वित्तीय और मौद्रिक प्रोत्साहन उपायों को कम करने के बाद यह फिर सुस्त पड़ जाएगी ।