अमेरिका ने बुधवार को चीन के सभी फ्लाइट्स की एंट्री पर बैन लगा दिया। इसके जवाब में चीन ने गुरुवार को कहा कि वह अमेरिकी एयरलाइंस को अपने देश में सीमित उड़ानों की अनुमति देगा।
चीन में कोरोना वायरस के चलते अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। लेकिन अब विदेशी एयरलाइंस को सीमित उड़ानों की अनुमति दी जाएगी। इसके साथ ही अमेरिकी एयरलाइंस पर लगी पाबंदी भी हट जाएगी।
अमेरिका के ट्रांसपोर्टेशन डिपार्टमेंट ने कहा कि जनवरी 2020 में दोनों देशों के बीच उड़ानें कम हो गई थीं। इसके बाद अमेरिकन एयरलाइंस, डेल्टा एयर लाइंस, यूनाइटेड एयरलाइंस अमेरिका और चीन के बीच फ्लाइट्स ऑपरेट कर रही थीं। चीन की एयरलाइंस ने भी अपनी कुछ फ्लाइट्स के ऑपरेशन बंद किए हैं।
ट्रांसपोर्टेशन डिपार्टमेंट ने कहा, “यूनाइटेड एयरलाइंस और डेल्टा एयरलाइंस 1 जून से चीन के लिए उड़ानें शुरू करना चाहती थी। लेकिन उनके अनुरोधों के बावजूद चीन सरकार उड़ानों को मंजूरी देने में नाकाम रही। कोरोना वायरस के चलते उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया गया था।
ट्रांसपोर्टेशन डिपार्टमेंट का कहना है कि चीन उड़ानों को लेकर दोनों देशों के बीच हुए समझौते का उल्लंघन कर रहा है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्ता बना रहे, इसके लिए चीन के अधिकारियों से चर्चा की जाएगी।