कोरोना वायरस महामारी से निपटने को लेकर भारी दबाव और आलोचनाओं का सामना कर रहे ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो ने कई मंत्रियों के इस्तीफे के बाद मंत्रिमंडल में 6 बदलाव का ऐलान किया है। इस फेरबदल के तहत रक्षा मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके फर्नांडो अजेवेदो ई सिल्वा की जगह आर्मी जनरल ब्रागा नेट्टो लेंगे। पूर्व अटॉर्नी जनरल आंद्रे लेवी, उन्होंने भी इस्तीफा दे दिया था, की जगह आंद्रे मेंडोंका लेंगे। वहीं, ब्राजील के पूर्व जस्टिस मिनिस्टर की जगह अब फेडरल पुलिस चीफ एंडरसन टोरेस लेंगे, जो बोलसोनारो परिवार के करीबी माने जाते हैं।
इस बीच, फेविया अर्राडा, एक फेडरल डिप्टी को सेक्रेटरी ऑफ स्टेट के रूप में नियुक्त किया गया, जबकि पूर्व सेक्रेटरी ऑफ स्टेट जनरल लुइज एडुआर्डो रामोस को सरकार के मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है। नए मंत्रिमंडल में पूर्व विदेश मंत्री एर्नेस्टो अराजो की जगह राजनयिक कार्लोस अल्बर्टो फ्रांका का नाम है। अराजो हाल ही में तब आलोचनाओं के शिकार बने थे, जब उनके प्रतिद्वंद्वियों ने कहा था कि उन्होंने कोरोना वायरस वैक्सीन तेजी से हासिल करने की कोशिशों को बाधित किया है।
कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए एक नई COVID-19 क्राइसिस कमेटी भी बनाई गई है। इस महामारी के चलते शनिवार को लगातार दूसरे दिन ब्राजील में करीब 3000 लोगों की जान चली गई थी। ऐसे में बोलसोनारो सरकार की भारी आलोचना हो रही है। ब्राजील में COVID-19 की वजह से अब तक 3 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जब कोरोना ब्राजील में अपने पैर जमा रहा था, तब ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलोसोनारो ने किसी तरह का कोई लॉकडाउन नहीं किया। अब हालात यह है कि वहां संक्रमित लोगों को अस्पताल में रखने के लिए जगह कम पड़ रही है।
इतना ही नहीं बोलोसोनारो के बयान से साफ जाहिर होता था कि वह कोरोना की बिल्कुल परवाह नहीं करते, उन्होंने तो वैक्सीन को लेकर भी एक अटपड़ा बयान दिया था। अपने बयान में बोलसोनारो ने कहा था कि मैं आपसे कह रहा हूं मैं इसे नहीं लेने वाला हूं। यह मेरा हक है। उन्होंने वैक्सीन को लेकर कहा था कि वैक्सीन आपको मगरमच्छ या दाड़ी वाली महिला में बदल सकती है। साल के अंत में उन्होंने कोरोना को थोड़ा फ्लू कहा था। मास्क की उपयोगिता को भी उन्होंने कठघरे में खड़ा किया था। उन्होंने मास्क लगाने पर कहा था कि इस बात के कोई पूर्ण साक्ष्य नहीं है कि मास्क लगाने से कोरोना रुकेगा। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा था कि कोरोना से जंग में मास्क ही एक कारगार हथियार है, जो इसके संक्रमण को बढ़ने से रोकता है।

