कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन पर पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ जहर उगल रहा है। अक्सर पाकिस्तान भारत में हुई घटनाओं पर अपनी पैनी नजर रखता है और मौका मिलते ही भारत के खिलाफ बेबुनियाद देता रहता है। गणतंत्र दिवस के दिन किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा पर भी पाकिस्तान की विदेश मामलों की संसदीय समिति ने एक बैठक आयोजित की है बैठक में पाकिस्तान ने नरेंद्र मोदी की सरकार पर हमला बोला है। इस आंदोलन का समर्थन करते हुए पाकिस्तान अमेरिकी राष्ट्रपति समेत अन्य सभी अंतराष्ट्रीय संगठनों से भारत के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है।
इसके साथ ही विदेश मामलों की संसदीय समिति ने आंदोलन की सहारना करते हुए संघर्षरत किसानों के साथ एकजुटता जाहिर की है। पाकिस्तान के सांसद मुशैद हुसैन सैय्यद ने इमरान सरकार से अपील की है कि भारत की तरफ से हो रहे मानवाधिकार उल्लंघन के मुद्दें को अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ सभी अंतराष्ट्रीय संगठनों के सामने उठाए। सैय्यद ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से कहा है कि 26 जनवरी मोदी सरकार के अत्याचारों का प्रतिरोध कर रहे लोगों के लिए ब्लैक डे था।
समिति की बैठक ने आगे कहा कि नई दिल्ली में लाल किला पर सिख किसानों ने अपना पवित्र झंडा फहराया और इसके प्रतिरोध का जरिया एक पाकिस्तानी गाना है। ये समिति सभी सिख किसानों के साथ हैं। इस बैठक में विदेश मंत्री कुरैशी ने भारत पर आंतकवाद को बढ़ावा देने का फर्जी आरोप भी लगाया है। इसके साथ ही कश्मीर मुद्दें को लेकर भी चर्चा इस समिति में हुई।
बतां दें पाकिस्तान अक्सर अंतराष्ट्रीय मंचो पर भारत के खिलाफ नफरत भरी बातें करता रहता है। हालांकि अभी तक भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से इस मुद्दें पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है।