पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को कोर्ट ने बड़ी राहत दी है। इस्लामाबाद कोर्ट ने अल कादिर ट्रस्ट मामले में इमरान खान को दो हफ्ते की जमानत दे दी है। यह जमानत कुछ नियमों और शर्तों पर दी गई है।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को इमरान खान को तत्काल जेल से रिहा करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा था कि इमरान खान की गिरफ्तारी अवैध है। अब आज इस्लामाबाद कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है। पीटीआई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर यह जानकारी दी गई है। इस संबंध में पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इमरान खान को पुलिस लाइन गेस्ट हाउस में रखा गया था। इमरान खान को जमानत देने के फैसले के बाद उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई।
अल कादिर ट्रस्ट मामला क्या है?
इमरान खान पर करीब 140 से ज्यादा मामले चल रहे हैं। लंबे समय से वे तोशखाना मामले में फंसे हुए हैं। इस मामले में भी उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही थी। ऐसे में सवाल उठता है कि अगर तोशखाना मामले में इमरान की गिरफ्तारी नहीं हुई है तो वह क्या मामला है, जिसमें इमरान इतने बुरे फंस गए? दरअसल, यह मामला अल कादिर ट्रस्ट विश्वविद्यालय से जुड़ा है। एनएबी ने पिछले दिनों इमरान खान, उनकी पत्नी बुशरा बीवी और उनकी पार्टी पीटीआई से जुड़े कई नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया था। जिसमें इमरान ने प्रधानमंत्री रहते अपनी पत्नी बुशरा बीबी और पीटीआई के कुछ नेताओं के साथ मिलकर अल कादिर यूनिवर्सिटी प्रोजेक्ट ट्रस्ट का गठन किया था। इसका उद्देश्य पंजाब के सोहावा जिला झेलम में ‘गुणवत्तापूर्ण शिक्षा’ प्रदान करने हेतु विश्वविद्यालय स्थापित करना था। ट्रस्ट के कार्यालय के पते का उल्लेख ‘बनी गाला हाउस, इस्लामाबाद’ के रूप में किया गया है। इस विश्वविद्यालय के लिए इमरान और उनकी पत्नी ने एक रेशिडेंशियल कॉम्प्लेक्स की जमीन गैरकानूनी तरीके से हड़प ली। इसके लिए दोनों ने पाकिस्तान के सबसे अमीर शख्सियत मलिक रियाज को धमकी भी दी थी। इमरान की पत्नी बुशरा बीबी की ओर से पांच कैरेट के हीरे की अंगूठी मांगे जाने की बात भी सामने आई थी। इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री, उनकी पत्नी बुशरा बीबी और अन्य पीटीआई नेताओं पर राष्ट्रीय खजाने को 190 मिलियन पाउंड का नुकसान पहुंचाने का भी आरोप लगा है।
पाकिस्तान को 19 करोड़ पाउंड का भारी नुकसान?
एनएबी के लगाए आरोपों के मुताबिक यह रकम अल कादिर के जरिए इमरान खान और उनकी पत्नी को दी गई थी। इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी ही अल कदीर के दो ट्रस्टी हैं। तत्कालीन पीटीआई सरकार और बहरिया टाउन कंपनी के बीच हुए सौदे से पाकिस्तान के खजाने को 190 मिलियन पाउंड का नुकसान हुआ है।