अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने सत्ता संभालने के बाद पहली बार किसी सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया है। 26 फरवरी को अमेरिकी एयरफोर्स ने सीरिया में हमले किए।
ईरान समर्थित आतंकवादी समूहों के कब्जे वाले दो सीरियाई ठिकानों पर बमबारी की गई थी और बमबारी वहीं की गई जहां से इराक में दो सप्ताह में दो बार अमेरिकी एयरबेस पर रॉकेट दागे गए थे। हालांकि, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि अमेरिकी एयरस्ट्राइक में आतंकवादी समूहों को कितना नुकसान हुआ है।
कई आतंकी मारे गए
सीरिया की एयरस्ट्राइक के बाद CNN से बातचीत में एक अमेरिकी अफसर ने बताया कि इस हमले में कई आतंकी मौत की घाट उतर गए। आतंकियों को काफी नुकसान हुआ है। उनके कई आतंकी अड्डे नष्ट हो गए हैं। इससे ज्यादा जानकारी अभी सार्वजानिक नहीं की जा सकती है।
दुनिया को सन्देश के तौर है ये हमला
इस समय ट्रंप की तुलना में बिडेन को रवैया में बेहद नरम कहा जा रहा है। लेकिन इसके उलट बिडेन ने सत्ता संभालते ही अपने सख्त रवैया के दुनिया को दर्शन करा दिए। उन्होंने राष्ट्रपति बनते ही पहले ईरान को लेकर कड़ा रुख अपनाया। दो हफ्तों के दौरान दो बार इदलिब में अमेरिकी एयरबेस के करीब ईरान के आतंकी गुटों हमले किए थे। जिसमे एक की मौत भी हो गई थी। अमेरिकी न्यूज़ चैनल CNN की रिपोर्ट बताती है कि अमेरिका का यह हमला स्पष्टः पूरी दुनिया के लिए एक सन्देश हैं कि अमेरिका किसी भी तरह की आतंकी गतिविधि को सहन नहीं करेगा। पेंटागन के प्रवक्ता माइक किर्बी ने कहा- ये हमले राष्ट्रपति के आदेश पर किए गए हैं।