अर्जेंटीना ने अपने देश की महिलाओं के अधिकारों को और सशक्त बनाते हुए आज एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। दरअसल अर्जेंटीना की संसद ने एक नया कानून पास किया है जिसके तहत अब महिलाएं, लड़कियां या अन्य कोई भी प्रेग्नेंसी के 14 हफ़्तों तक यह निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं कि वह अबॉर्शन करवाना चाहतीं हैं या नहीं।
अर्जेंटीना जो कि दक्षिण अमेरिका महाद्वीप का तीसरे नम्बर पर सबसे अधिक आबादी वाला देश है। वहां अब अबॉर्शन कराने की कानूनी स्वीकृति मिल गयी है, लेकिन इसके लिए शर्त यह है कि वह प्रेगनेंसी या तो रेप के बाद हुई हो या स्वाथ्य के लिए घातक स्थिति में हो तो ही उसे प्रेग्नेंसी के 14 सप्ताह के भीतर अबो्र्ट करवाया जा सकता है।
15 वर्षों के कारावास का प्रावधान
इसके अतिरिक्त यदि अन्य कारण की वजह से अबॉर्शन करवाया जाएगा तो उस पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। जिसके अंतर्गत सजा के तौर पर 15 वर्षों के कारावास का प्रावधान है। क्योंकि अब अर्जेंटीना की संसद में यह कानून पास हो गया है तो ऐसा माना जा रहा है कि अब इस विषय पर लेटिन अमेरिका के अन्य कैथोलिक बाहुल्य राज्यों में भी विचार किया जा सकता है।
अर्जेंटीना के इस ऐतिहासिक निर्णय पर ‘ग्लोबल वीमेन्स राइट्स मूवमेंट’ की अम्बेसडर मारिएला बेलस्की ने कहा कि, ‘अर्जेंटीना ने इस ऐतिहासिक निर्णय को लेकर पूरे दक्षिण अमेरिका को एक सकारात्मक संदेश दिया है। संदेश यह कि पहले अबॉर्शन को एक अपराध की दृष्टि से देखा जाता था, लेकिन उसे दूसरे नजरिये से भी देखने की आवश्यकता है। क्योंकि कई बार अबॉर्शन करवाने का निर्णय बेहद संवेदनशील स्थितियों में भी लिया जाता है।’
उन्होंने आगे कहा कि, ‘अर्जेंटीना की कांग्रेस ने यह जो अभूतपूर्व निर्णय लिया है इससे पूरे अमेरिका को ही नहीं बल्कि विश्व के मानवाधिकार संरक्षण संस्थानों को प्रेरणा चाहिए।’
सेंटर ऑफ रिप्रोडक्टिव राइट्स के अनुसार, ‘इससे पहले लैटिन अमेरिका और कैरीबियन क्षेत्रों में सिर्फ क्यूबा,रुगवे,फ्रेंच गुईना और गुयाना में ही इस तरह के एलेक्टिव अबॉर्शन की कानूनी स्वीकृति थी।’ मैक्सिको सिटी में भी अबॉर्शन को लेकर कई प्रावधान हैं पर गंभीर स्थिति में ही महिलाएं वहां यह निर्णय ले सकती हैं।
वह देश जहां पर अबॉर्शन बिल्कुल बैन है
एल सल्वोडार, द डोमिनिकन रिपब्लिक, हइती, होंडुरस, निकारागुआ और सूरिनाम ये वे देश हैं जहां पर अबॉर्शन पूरी तरह से बैन है। कोलंबिया, कोस्टा रिका,गौतएमाला और पनामा में अबॉर्शन की अनुमति है लेकिन तब जब महिला की जान खतरे में हो तो ही वह अबॉर्शन कानूनी माना जायेगा।
अर्जेंटीना ने यह कानून सम्भवतः इसलिए भी पारित किया क्योंकि पिछले कई वर्षों से उन महिलाओं की मृत्यु की संख्या में वृद्धि हुई है जिन्हें सही समय पर अबॉर्शन कर बचाया जा सकता था। अर्जेंटीना की एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2016 में लगभग 40 हजार ऐसी महिलाओं की मृत्यु हुई जिन्हें अबॉर्शन कर सही समय पर बचाया जा सकता था।