अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पद सँभालते ही चीन को अपने सख्त तेवर दिखा दिए हैं। चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों पर चीनी जुल्म के खिलाफ अमेरिका सख्त रवैया अख्तियार करते हुए वर्ष 2022 में होने वाली बीजिंग ओलंपिक का बहिष्कार करने की घोषणा कर सकता है।
अमेरिका मानता है कि शिनजियांग प्रांत में चीन ने डिटेंशन कैंप खोल रखे हैं, जहां उइगर मुसलमानों को प्रताड़ित किया जाता है, उनके साथ बर्बरता की जाती है।
लिहाजा अब अमेरिका चीन को सख्त संदेश देते हुए बीजिंग ओलंपिक का बहिष्कार कर सकता है। अमेरिका मानता है कि चीन की कम्यूनिस्ट सरकार उइगर मुसलमानों को खत्म करने की कोशिश कर रहा है, लिहाजा चीन पर प्रेशर बनाना ही होगा।
90 से ज्यादा देश चीन में होने वाली ओलंपिक गेम्स का कर सकते हैं बहिष्कार
चीन पर दवाब बनाने के लिए अमेरिका अपने उन सहयोगी देशों पर चीन से व्यापारिक संबंध खत्म करने या कम करने के लिए प्रेशर बनाएगा जिनका चीन से काफी व्यापार है। माना जा रहा है कि 90 से ज्यादा देश चीन में होने वाली ओलंपिक गेम्स का बहिष्कार कर सकते हैं।
ऑस्ट्रेलिया, इग्लैंड, कनाडा समेत अमेरिका के कई नेता उइगर मुसलमानों से बर्बरता को लेकर चीन की कड़ी आलोचना करते हुए चीन से ओलंपिक गेम छीनने की बात कर चुके हैं। मार्च 2020 में अमेरिका के 12 सांसदों ने कांग्रेस में एक रिजॉल्यूशन पास करते हुए इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी से चीन से आयोजन छीनने और नये आयोजन स्थल को लेकर बीडिंग करवाने की मांग की थी।
हालांकि, अभी तक किसी देश में आधिकारिक तौर पर चीन ओलंपिक का बहिष्कार करने का एलान नहीं किया है। माना जा रहा है कि अगर अमेरिका चीन ओलंपिक का बहिष्कार करता है, तो उसके साथ कई और देश भी बीजिंग ओलंपिक में शामिल होने से मना कर सकते हैं।