कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में लाखों लोगों की जानें जा चुकी हैं। इस जानलेवा संक्रमण के जन्मदाता चीन से अमेरिका भारत सहित पूरी दुनिया खफा है। भारत और अमेरिका ने तो चीन पर कई प्रतिबंध तक लगा दिए हैं।
इस बीच कोरोना वायरस को लेकर जारी तनाव के बीच अमेरिका ने चीन को एक और बड़ा झटका दिया है। हॉन्गकॉन्ग में लगातार मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए चीन को एक और झटका देते हुए अमेरिका ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ तीन द्विपक्षीय समझौतों को निलंबित कर दिया है। दरअसल, चीन के हॉन्गकॉन्ग में नया राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करने के बाद से ही अमेरिका खफा है। अमेरिका का मानना है कि इस राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की वजह से चीन हॉन्गकॉन्ग के नागरिकों की स्वतंत्रता को कुचल रहा है।
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टागस ने कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने स्वायत्तता को खत्म करने के लिए कठोर कदम उठाए हैं, जिसका बीजिंग ने संयुक्त राष्ट्र में पंजीकृत चीन-ब्रिटिश संयुक्त घोषणा पत्र के तहत युनाइटेड किंगडम और हॉन्गकॉन्ग के लोगों से 50 साल के लिए वादा किया था।
प्रवक्ता मॉर्गन ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट कहा है कि इस तरह अमेरिका हॉन्गकॉन्ग को एक देश, एक सिस्टम के तौर पर स्वीकार करेगा और हर उस शख्स के खिलाफ एक्शन लेगा, जिसने हॉन्गकॉन्ग के लोगों की आजादी को कुचला है।’
मॉर्गन ऑर्टागस ने आगे कहा कि हमने तीन द्विपक्षीय समझौतों के निलंबन अथवा खत्म करने के फैसले के बारे में कल 19 अगस्त को हॉन्गकॉन्ग के अधिकारियों को सूचित कर दिया था। इन समझौतों में भगोड़े अपराधियों का आत्मसमर्पण, सजा पाए लोगों का ट्रांसफर और जहाजों के अंतरराष्ट्रीय संचालन से प्राप्त आय पर पारस्परिक कर छूट देना शामिल है।