अफगानिस्तान में शिक्षा से लेकर रोजगार क्षेत्र के दरवाजे महिलाओं के लिए बंद कर दिए गए हैं। तालिबानियों लगातार महिलाओं पर प्रतिबंध लगाता जा रहा है। इससे उनके लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। महिलाएं अपने हक के तालिबान सरकार के खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। यह विरोध प्रदर्शन 19 जुलाई को ब्यूटी पार्लर बंद करने के आदेश के खिलाफ हुआ है। भीड़ को तितर -बितर करने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा पानी की बौछार के साथ -साथ हवा में में फायरिंग की गई।
तालिबान सरकार ने कहा गया कि देश में सभी ब्यूटी पार्लर बंद करने के लिए एक महीने 2 जुलाई तक का समय दिया गया था। तालिबान सरकार के अनुसार ब्यूटी पार्लर के तहत दी जा रही सेवाएं इस्लाम विरुद्ध हैं। विग पहनना ,भौहें निकालना इस्लाम के खिलाफ है। वहीं महिलाओं का कहना है कि वे नौकरी भोजन और स्वतंत्रता चाहती हैं। इसलिए सरकार का विरोध करने हेतु बड़ी संख्या में ब्यूटीशियन और मेकअप आर्टिस्ट काबुल में जमा हुई ।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक महिला का कहना था कि प्रदर्शन का मकसद यह है कि तालिबान अपने फैसले पर पुनर्विचार करे और इसे वापस ले। यह हमारी रोजी रोटी है, उनके तीन साथियों को पकड़ लिया गया है। तालिबानी सरकार की ओर से इस संबंध में किसी तरह की टिप्पणी नहीं की गई है। अफगानिस्तान के चैंबर्स ऑफ कॉमर्स ने कहा कि सभी ब्यूटी सैलून बंद होने से 60 हजार नौकरियां चली जाने का अंदेशा लगाया जा रहा है।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान में इससे पहले भी तालिबान शासन वर्ष 1996 और 2001 में ब्यूटी सैलून बंद किए गए थे। वहीं एक बार फिर तालिबान सत्ता काबिज हो जाने के बाद यह कदम उठाया गया है। महिलाओं पर लगातार लगाए जा रहे प्रतिबंधों के चलते दुनिया भर के देशों ने तालिबान की निंदा की है।