अमेरिका में कोरोना संकट के कारण बेरोजगारी बढ़ गई है। अमेरिका श्रम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पहले कभी इतनी बड़ी संख्या में लोगों ने खुद को बेरोजगारी भत्ते और अन्य लाभ के लिए पंजीकृत नहीं करवाया था। अमेरिका में एक हफ्ते में 30 लाख लोगों ने खुद को बेरोजगार के तौर पर पंजीकृत करवाया है।
इससे पहले 1982 में बड़ी संख्या में बेरोजगारों की संख्या बढ़ी थी। तब 7 लाख लोगों ने बेरोजगार के तौर पर अपना पंजीकरण करवाया था। यहां कोरोना संकट के कारण रेस्त्रां, बार, सिनेमा, होटल और जिम वगैरह बंद कर दिए गए हैं। कार कंपनियों ने उत्पादन रोक दिया है।
अमेरिकी सैन्य कर्मियों की गतिविधियां 60 दिन के लिए रोक दी गई हैं। न्यूयॉर्क में अन्य बीमारी के इलाज के लिए सेना के डॉक्टर लगाए जाएंगे। अमेरिका में 7054 नए मामले आए हैं। 24 घंटे में 73 मौतें हुई हैं। कार कंपनियों ने उत्पादन रोक दिया है और हवाई सेवा को सीमित कर दिया गया है। कोरोना प्रकोप से पहले बेरोजगारी दर 3.6% के साथ 50 साल के न्यूनतम स्तर पर थी।
कोविड-19 ईरान के सभी 31 प्रांतों में फैल गया। इराक, पाकिस्तान, यूएई, कुवैत, कतर जैसे 16 देशों ने दावा किया है कि उनके यहां वायरस ईरान से पहुंचा। ईरान ने जिनेवा में संचालित मेडिकल चैरिटी डॉक्टर्स विदआउट बॉर्डर्स हॉस्पिटल बनाने की पेशकश ठुकरा दी है।
वहीं इटली में वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही हैं। इटली ने अंतिम संस्कार पर रोक लगा दी है। किसी को भी बॉडी के करीब नहीं जाने दिया जा रहा है। मृतकों को उनके पसंदीदा कपड़ों के साथ भी नहीं दफनाया जा रहा। इटली में 4,492 नए मामले आए हैं। 662 मौतें हुई हैं। कुल मृतकों की संख्या 8,165 हो गई हैं।
भारत में भी इस वायरस के हर दिन नए मामले सामने आ रहे हैं। चीन ने महाविनाशक कोरोना वायरस से युद्धस्तर पर निपटने में भारत की ओर से भेजी गई मदद की सराहना की है। चीन ने यह भी कहा कि वह कोविड-19 से मुकाबला करने के लिए भारत की मदद करने का इच्छुक है और अपने अनुभव साझा करेगा। वह भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में जरूरी सहायता भी मुहैया कराएगा।