कोरोना वायरस का कहर पूरे दुनिया में है। कोरोना वायरस के चपेट में अब तक 179 देश आ चुके हैं। विश्वभर में 10,035 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 2 लाख 44 हजार 979 लोग आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इस महामारी से संक्रमित हैं। 87 हजार 408 ऐसे भी मरीज हैं, जो संक्रमण के बाद स्वस्थ्य भी हुए हैं। ये बहुत राहत की बात है। लोगों में डर के बजाय उम्मीद बढ़ाने के लिए काफी है। क्योंकि इस बीमारी से लोग पैनिक होकर आत्महत्या भी कर रहे हैं।
कोरोना वायरस की शुरुआत चीन से हुई थी। वहां अब हालात काबू में हैं। लेकिन सबसे ज्यादा भयावह स्थिति यूरोपीय देश इटली में हैं। चीन में अब तक मौतों का आंकड़ा 3,245 है। जबकि इटली में पिछले शुक्रवार तक 3,405 तक पहुंच गई। ऐसे में ईरान सरकार की तरफ आए बयान ने हतप्रभ कर दिया। ईरान के स्वास्थ्य विभाग ने बताया है कि ईरान में हर 10 मिनट में एक संक्रमित की मौत हो रही है। इतना ही नहीं हर 50 मिनट में नया मामला सामने आ रहा है।
CNN चैनल के मुताबिक, इटली सरकार ने संक्रमण रोकने के जो भी उपाय किए हैं, वो कारगर साबित नहीं हो रहे हैं। सड़कों पर सेना तैनात कर दी गई, लेकिन संक्रमण कम नहीं हो रहा। अमेरिकी मीडिया का कहना है कि इटली के लोगों ने ऐहतियात बरती होते तो हालात इतने खराब नहीं हुए होते।
ईरान के स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता कियानोश जहानपुर ने गुरुवार रात को एक ट्वीट किया। उनके ट्वीट ने दुनिया को सकते में डाल दिया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, “यहां हर 10 मिनट में एक संक्रमित की मौत हो रही है। हर 50 मिनट में एक नया केस दर्ज हो रहा है।” वहीं मंत्रालय ने एक और बयान में कहा, “बुधवार और गुरुवार के बीच यानी 24 घंटे में 149 लोगों की मौत हो गई। देश में मौतों का आंकड़ा 1,284 हो चुका है। देश में गुरुवार तक कुल 18,407 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं।” ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने सख्त आदेश दिए हैं कि शुक्रवार से 15 दिन तक देश का कोई बाजार नहीं खुलेगा।
फ्रांस और अर्जेंटीना में लॉकडाउन
अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अर्ल्बेटो फर्नांडीज ने शुक्रवार को देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया। लोगों से अपील की गई कि वो घर से बाहर न निकलें। सिर्फ आपातकालीन सेवाओं को लॉकडाउन से अलग रखा गया है। इससे पहले 15 मार्च को उन्होंने ब्यूनसआयर्स में कड़े प्रतिबंधों का ऐलान किया था। हालांकि, मरीजों को लॉकडाउन के दौरान निकलने की इजाजत दी गई है। लेकिन, जो लोग बिना किसी वाजिब कारण के घर से बाहर निकल रहे थे उन्हें हिरासत में लेने और जुर्माना भरने की घोषणा की गई थी। अर्जेंटीना में अब तक 128 संक्रमित केस सामने आए हैं। तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
फ्रांस में भी लॉकडाउन लगा दिया गया है। इसे पूरी करने की जिम्मेदारी सैन्य अधिकारियों को दी गई है। कुछ हद तक कामयाबी भी हुए हैं। फ्रांस में होने वाले ‘कान’ फिल्म फेस्टिवल को भी रद्द कर दिया गया है। इसकी जानकारी गुरुवार रात को इसकी समिति ने ट्वीट कर दी। यह समारोह 12 और 13 मई को होना था।
इजराइल का बाहर न निकलने का आदेश
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कह दिया है कि पहले लोगों से जो घर में रहने की अपील की गई थी, पर अब सख्त आदेश है कि घर से बाहर न निकलें। उन्होंने कहा, “हर इजराइली की ये जिम्मेदारी है कि वो सरकार द्वारा जारी किए गए आदेशों का सख्ती से पालन करे। हमने सेना को भी आदेश दिया है कि वो लोगों के घरों में ही रहने की निगरानी करे और अगर कोई इसका पालन नहीं करता है तो उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई करे। देश ने कई बार मुश्किल वक्त को मात दी है। अब समझदारी और संयम से चलने का समय है।”
पाकिस्तान से बाजार से सैनिटाइजर गायब
पड़ोसी देश पाकिस्तान में कोरोना संक्रमण से गुरुवार तक 453 मामले सामने आए। वहां अब तक दो लोगों की मौत हो गई है। मीडिया और विपक्ष इमरान खान सरकार पर लापरवाही के आरोप लगा रहा है। उनका कहना है कि हालात ये हैं कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में मेडिकल इक्युपमेंट्स नहीं हैं। अब तक में सबसे ज्यादा मामले सिंध प्रांत से आई हैं। यहां के मेडिकल कॉलेज में न मास्क है और न ग्लव्स। सैनिटाइजर भी बाजार से गायब हो चुके हैं।
कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देश
देश | कुल मामले | मौत |
इटली | 41,035 | 3,405 |
चीन | 80,967 | 3,248 |
ईरान | 18,407 | 1,284 |
स्पेन | 18,077 | 831 |
अमेरिका | 14,299 | 218 |
फ्रांस | 10,995 | 372 |
ब्रिटेन | 3,269 | 144 |
नीदरलैंड्स | 2,460 | 76 |
जापान | 943 | 33 |
भारत | 205 | 5 |
(नोट: आंकड़े गुरुवार सुबह तक के हैं।)