ब्रिटेन की मानी जानी वर्षों पुरानी टूर कंपनी थॉमस कुक पर्यटकों को कई तरह की सेवाएं देने वाली ब्रिटेन की प्रसिद्ध कंपनी थॉमस कुक आपातकालीन धन जुटाने में नाकाम रहने के साथ आज दिवालिया हो गई। कंपनी ने सभी फ्लाइट और हॉलिडे की बुकिंग कैसिल कर दी हैं । 6 लाख ट्रेवलर्स की बुकिंग आज 23 सितंबर से कैंसिल कर दी गई।
हालांकि भारत में ऑपरेट करने वाली थॉमस कूक पर इसका कोई असर नहीं होगा। बिट्रेन की सरकार ने कहा है कि 1.5 लाख बिट्रेन के ग्राहक जो विदेशों में है उनको वापस लाना सबसे बड़ा अभियान होगा।सिविल एविशन अथॉरिटी ने कहा कि थॉमस कूक की 4 एयरलाइंस जमीन पर आ गई है। 16 देशों में कंपनी के 21 हजार कर्मचारी बेरोजगार हो चुके हैं। वहीं ब्रिटेन में 9000 कर्मचारी बेरोजगार हुए हैं। कुछ महीने पहले कंपनी ने कहा था कि ब्रेक्जिट के कारण उसकी बुकिंग में मंदी आई। इस कारण उस पर कर्ज का बोझ बढ़ गया।
थॉमस कुक 178 साल पुरानी कंपनी है। इस कंपनी ने 1841 में ऑपरेशन शुरू किया था। फिलहाल ये कंपनी 16 देशों में कारोबार करती है। करीब 10 लाख लोगों की आने वाले दिनों में बुकिंग पर असर पड़ेगा। कंपनी पर 125 करोड़ पाउंड का कर्ज है।भारत में ऑपरेट करने वाली थॉमस कूक इंडिया पर इसका कोई असर नहीं होगा। दरअसल थॉमस कुक इंडिया का 77 फीसदी हिस्सा 2012 में कनाडा के ग्रुप फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग ने खरीद लिया था। तब से थॉमस कुक यूके का थॉमस कुक इंडिया में कोई हिस्सा नही है। थॉमस कुक इंडिया ने एक बयान जारी कर कहा है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत है।
कंपनी को दिवालिया होने से बचने के लिए उसे 20 करोड़ पाउंड (25 करोड़ डॉलर) की दरकार थी और उसके इस सप्ताहांत में शेयरधारकों और कर्जदाताओं के साथ इस असफलता को रोकने के लिए बात की. कंपनी ने ब्रिटेन में 600 ट्रेवल स्टोर भी चलाए।कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीटर फैंकहॉजर ने एक बयान में कहा कि उन्हें बंदी के लिए बेहद खेद है।उन्होंने कहा कि हमने कई महीनों से भारी कोशिशों और उसके बाद सघन बातचीत के वाबजूद हम अपने कारोबार को बचाने के लिए कोई समझौता नहीं कर सके। विदेश में फंसे यात्रियों को वापस लाने के लिए हमने मुफ्त में अपने देश लाने के लिए कई दर्जन चार्टर प्लेन किराए पर लिए गए हैं।