ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर ने 21 सितंबर को अपने देश पर हमला करने वाले किसी भी देश को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसी भी देश ने ईरान पर हमला किया तो वह उसे ‘युद्ध का मैदान’ बना देगा। मेजर जनरल हुसैन सलामी ने यह भी कहा कि ईरान किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
सऊदी अरब के अरामको तेल प्लांट पर हुए हमले के बाद से ही अमेरिका और सऊदी अरब, इस हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। हालाँकि ईरान ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है लेकिन अमेरिका लगातार इसे ईरान पर आरोप लगा रहा है। अब इन बयानों के जवाब में ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर हुसैन सलामी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि “अगर कोई भी देश ईरान पर हमले की योजना बना रहा है तो वह युद्ध के परिणामों को भुगतने के लिए तैयार रहे।”
कमांडर सलामी ने कहा कि अगर कोई भी देश उनपर हमला करता है तो वह देश युद्ध का मैदान बनने के लिए तैयार रहे। अगर इसके बाद भी वह यही चाहते हैं तो आगे बढ़ें। कमांडर सलामी द्वारा ये बातें तेहरान में एक न्यूज कॉन्फ्रेंस के दौरान कहीं गई। सलामी ने साथ ही कहा कि वो ईरान को युद्ध का मैदान कभी नहीं बनने देंगे। ईरानी रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख मेजर जनरल हुसैन सलामी ने कहा कि, सावधान रहें, यह आक्रामकता सीमित नहीं रहेगी। हम सभी हमलावर देशों का पीछा करेंगे।
सऊदी अरब में अरामको तेल प्लांट पर हमले के बाद आज अमेरिका ने बड़ा फैसला लेते हुए सऊदी अरब और यूएई में अमेरिकी सेना तैनात करने की बात कही है। सऊदी अरब और यूएई सरकार की ओर से इसको लेकर निवेदन किया गया था, जिसके बाद अमेरिका ने यह फैसला लिया है।
पेंटागन से मिली जानकारी के अनुसार ,अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिकी सेना की तैनाती को मंजूरी दी है। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की योजना से इनकार किया है। ट्रंप ने कहा कि मैं ईरान में 15 अलग-अलग बड़ी चीजें कर सकता हूं। सऊदी अरब की तेल कंपनी ‘अरामको’ पर हमले के बाद से अमेरिका और ईरान के बीच तनाव है।