संयुक्त राज्य के राष्ट्रपति जो बिडेन ने बुधवार 28 अप्रैल रात को कांग्रेस के एक संयुक्त सत्र में अपना पहला भाषण दिया, जिसमें उन्होंने अमेरिकियों को बताया गया कि देश फिर से आगे बढ़ रहा है कोरोनोवायरस महामारी ने हजारों अमेरिकी लोगों के जान ली, और देश की अर्थव्यवस्था को पंगु बना दिया। बिडेन ने आगे कहा कि मैं अपने कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने पर अपने राष्ट्र को रिपोर्ट कर रहा हूं। अमेरिका फिर से आगे बढ़ रहा है, संकट में भी अवसर तलाशे जाते है ।
बिडेन ने कहा कि 100 दिनों में 100 मिलियन कोविड़-19 वैक्सीन शॉट्स का वादा करने के बाद, उनके प्रशासन ने कार्यालय में अपने पहले 100 दिनों में 220 मिलियन से अधिक कोविड शॉट्स प्रदान किए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस टीके लगभग 40,000 फार्मेसियों और 700 से अधिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं अपने कार्यालय के पहले 100 दिनों में, उनके प्रशासन ने 1.3 मिलियन से अधिक नए रोजगार सृजित किए हैं और कहा कि कार्यालय में अपने पहले 100 दिनों में रिकॉर्ड पर किसी भी राष्ट्रपति से अधिक। अमेरिकियों के लिए अपने $ 1.9 ट्रिलियन प्रोत्साहन पैकेज का हवाला देते हुए, बिडेन ने कहा कि इसने देश की अर्थव्यवस्था को इस वर्ष छह प्रतिशत से अधिक की दर से बढ़ने में मदद की है।
डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति ने विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी से अपनी व्यापक कर योजना का समर्थन करने का भी अनुरोध किया जो उनके $ 1.8 ट्रिलियन अमेरिकन फैमिली प्लान के लिए भुगतान करने में मदद करेगी। जब मैंने शपथ ली, तो 1 प्रतिशत से भी कम वरिष्ठ नागरिकों को पूरी तरह से कोविड़-19 के खिलाफ टीका लगाया गया था। राष्ट्रपति बनने के बाद सबसे पहले उन्होंने 15 एग्ज़िक्युटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए थे, जिनमें कोरोना महामारी से निपटने में सरकार को मदद मिलने संबंधी ऑर्डर भी शामिल हैं। इसके अलावा इसमें जलवायु संकट और अप्रवासन संबंधी ट्रंप प्रशासन की नीतियों को बदलने के लिए नए आदेश भी शामिल हैं।
इससे पहले ओवल ऑफ़िस (अपने दफ़्तर) में काला मास्क पहनकर आए राष्ट्रपति बाइडन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनकी बड़ी प्राथमिकताओं में ‘कोविड संकट ‘आर्थिक संकट’ और ‘जलवायु संकट’ शामिल हैं। हालांकि कोविड संकट से पूरी दुनिया त्रस्त है। अमेरिका ने लगभग अपने सभी नागरिकों को वैक्सीन लगा दी है। जिसके कारण अमेरिका में अब कोरोना थोड़ा कंट्रोल हो चुका है। इसके अलावा उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर भी कहा था, उन्होंने कहा था कि “न केवल ट्रंप प्रशासन के फ़ैसलों से देश को जो नुक़सान हुआ है उसे बदलने के लिए बल्कि देश को आगे बढ़ाने के लिए, हम एक्शन लेंगे।”
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इसके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से अमेरिका को अलग करने की जो प्रक्रिया डोनाल्ड ट्रंप ने शुरू की थी, बाइडन उस फ़ैसले को खारिज करने के लिए एक्शन लेंगे। बाइडन ने राष्ट्रपति से मिली विवादास्पद कीस्टोन एक्सएल पाइपलाइन पर डोनाल्ड ट्रंप के फ़ैसले को रद्द कर दिया, जिसे लेकर पर्यावरणविदों और अमेरिका के मूल निवासियों ने एक दशक से भी अधिक समय तक संघर्ष किया है। निजी वित्तीय सहायता से बनने वाली इस पाइपलाइन की लागत क़रीब 8 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी और इसके ज़रिए कनाडा के अल्बर्टा से नेब्रास्का तक एक दिन में लगभग 830000 बैरल हेवी क्रूड ले जाने की योजना थी।
बाइडन ने अप्रवासन संबंधी ट्रंप प्रशासन की आपातकालीन घोषणा जिसमें मैक्सिको की सीमा के साथ एक दीवार के निर्माण में मदद करना और 13 देशों पर से यात्रा प्रतिबंध हटाने का है, जिनमें ज़्यादातर मुस्लिम बहुसंख्यक देश और अफ़्रीकी देश शामिल हैं। ट्रंप ने कई मुस्लिम देशों और अफ़्रीकी देशों से मुस्लिमों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया था। बीबीसी की खबर के अनुसार आर्थिक मोर्चे पर राष्ट्रपति जो बाइडन ने सीडीसीसेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल ऐंड प्रीवेंशन (सीडीसी) से मोराटोरियम पर बेदख़ली को मार्च तक बढ़ाने के लिए कहा था, और शिक्षा विभाग से स्टूडेंट लोन की अदायगी को सितंबर तक बढ़ाने को कहा था।
उन्होंने संघीय योजनाओं और संस्थानों में किसी भी प्रकार के नस्लीय भेदभाव को समाप्त करने के एक एग्ज़िक्युटिव ऑर्डर पर भी हस्ताक्षर किया। पंरतु अमेरिका में नस्लीय हिंसा अभी भी बरकरार है। इसके अलावा अमेरिका में आर्म्स लाइसंस आसानी से मिलने के कारण लगभग हर अमेरिका के पास हथियार है, जिसका अब दुरुउपयोग हो रहा है। पिछले दिनों अमेरिका में घटी हिंसक घटनाओं को देखते हुए बाइडन प्रशासन ने आर्म्स की ब्रिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है।