उत्तराखंड में जब से नवनियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के नेतृत्व में सरकार बनी है, तभी से विवादों का साया सरकार का पीछा नहीं छोड़ रहा है । महज एक पखवाड़े पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की तैनाती की गई थी। तब कहा गया था कि अब एक साल में ही सरकार जनता की नाराजगी को खत्म कर देगी।
क्योंकि पूर्व में त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार से उत्तराखंड की जनता की काफी शिकायत थी । वह शिकायत कम होने का नाम लेती लेकिन इससे पहले ही नवनियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पहले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। वह जब भी बोले, कुछ ना कुछ विवादास्पद ही बोले ।
मुख्यमंत्री ने सबसे पहले फटी जींस का विवादास्पद बयान दिया। इसके बाद उन्होंने अमेरिका का देश को 200 साल गुलाम बनाने की बात कह कर अपने आपको हास्यपद बना दिया।
बात यहीं नहीं रुकी बल्कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राशन पाने के लिए अधिक बच्चे पैदा करने की बात कह कर विपक्ष को बैठे बिठाए मुद्दा थमा दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत कोरोना संक्रमित हो गए और कोरेनटाइन हो गये।
इसके बाद दूसरा विवाद हाल ही में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बने मदन कौशिक का सामने आ गया। जिसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को ‘गार्ड ऑफ ऑनर ‘ देने पर जबरदस्त सियासत शुरू हो गई । उत्तराखंड के इतिहास में यह शायद पहली बार हुआ है कि किसी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दी गई।
इसके अलावा भाजपा के प्रभारी और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेखा वर्मा के साथ भी विवाद का नया अध्याय जुड़ गया । पार्टी की उत्तराखंड सह प्रभारी रेखा वर्मा को उत्तराखंड सरकार ने हेलीकॉप्टर में उड़ान भरा कर फिर से विपक्ष को बड़ा मुद्दा थमा दिया। उत्तराखंड सह प्रभारी रेखा वर्मा सरकार के हेलीकॉप्टर में अपने संसदीय क्षेत्र में गई जोकि नियम कानूनों के विपरीत है।