पूरा देश पिछले चार महीनों से कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है और इस जानलेवा वायरस से पार पाने के लिए हर संभव प्रयास में है कि कैसे इस संक्रमण से निजात पाई जाए। देश के साथ -साथ उत्तराखण्ड में भी कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने प्रशासन में हड़कंप मचाया हुआ है। राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या 6500 के करीब पहुंच गई है। जबकि इस संक्रमण से 63 लोगों की जान भी जा चुकी है। इस बीच राज्य के दो चेहरों को केंद्र की मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। सीमांत जिला चमोली के ग्राम सरमोला पोखरि के निवासी राजेश भूषण बेंजवाल को भारत सरकार में स्वास्थ्य सचिव बनाया गया है। बेंजवाल वर्ष 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।
माना जा रहा है कि राजेश भूषण की ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा की वजह से उन्हें केंद्र में स्वास्थ्य सचिव की जिम्मेदारी मिली है। इससे पहले बेंजवाल ग्राम्य विकास सचिव के पद पर कार्यरत थे कहा जा रहा है कि राजेश भूषण के भारत सरकार में स्वास्थ्य सचिव पद पर तैनाती से उत्तराखण्ड को भी मजबूती मिलेगी। राजेश भूषण यमकेश्वर से विधायक और भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष ऋतु खण्डूड़ी के जीवनसाथी और उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खण्डूड़ी के दामाद हैं।
दूसरी ओर डॉ देवेंद्र सिंह नेगी को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश के महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य नियुक्त किया है। लंबे समय से खाली पड़े इस पद पर उनकी तैनाती भी हो गई है। लखनऊ के डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ डीएस नेगी को प्रदेश का महनिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य बनाया गया है। 30 जून को डॉ रुकुम केश कुमार के महानिदेशक पद से सेवानिवृत होने के बाद से यह पद खली चल रहा था।