उत्तराखण्ड के पहाड़ी सड़क मार्गो में अगर आपके वाहन की रफ्तार अगर तेज होती है, आपको सावधान होने की जरूरत है, क्योंकि तेज रफ्तार वाहन चलाना आपको भारी पड़ सकता है, क्योंकि आपका चालान ऑटोमेटिक कट जाएगा और चालान वाहन स्वामी के घर पहुँच जाएगा। देवभूमि में लगातार बढ़ रहे सड़क दुर्घटना को लेकर प्रदेश सरकार ने सड़क सुरक्षा को लेकर अहम फैसले लिए है। सड़क सुरक्षा को लेकर प्रदेश के पर्वतीय मोटर मार्ग संवेदनशील के साथ ही कठिन है। सड़क पर दौड़ रहे वाहनों की रफ्तार धीमी करने और सड़क दुर्घटना रोकने के लिए संभागीय परिवहन विभाग के माध्यम से ठोस कार्यवाही की जा रही है। हल्द्वानी आरटीओ विभाग द्वारा तेज रफ्तार से चल रहे सभी वाहनों के चालान कर वाहन स्वामी के घर चालान को भेजा जा रहा है। आरटीओ राजीव मेहरा ने बताया कि विभाग द्वारा तेज रफ्तार में वाहन चलाने वाले लगभग 300 वाहनों का इंटरसेप्टर वाहन के माध्यम से चालान काट वाहन स्वामियों के घर पहुचाने की कार्यवाही की गई है। आपको बता दे इंटरसेप्टर वाहन में लगे स्पीडगन द्वारा तेज रफ्तार से चल रहे वाहनों का ऑटोमेटिक ऑनलाइन चालान काट दिया जाता है साथ ही चालान को ऑल इंडिया लॉक कर दिया जाता है, जिसका जुर्माना वाहन स्वामी को भुगतना अनिवार्य होता है।